मध्य प्रदेश में जिस तरह कमलनाथ हिंदुत्व की राह पर चल रहे हैं, ठीक वैसा ही रास्ता राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनाया है. अशोक गहलोत ने बीजेपी की फायरब्रांड नेता साध्वी अनादि सरस्वती को कांग्रेस में शामिल कराया है.
जानकारों की मानें तो कांग्रेस अनादि सरस्वती को अजमेर नॉर्थ सीट से प्रत्याशी बना सकती है. इस सीट पर बीजेपी के वासुदेव देवनानी लंबे समय से चुनाव जीतते आ रहे हैं. साध्वी अनादि फिलहाल मुंबई में रह रहीं थीं.
सीएम अशोक गहलोत और राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा की मौजूदगी में साध्वी अनादि कांग्रेस में शामिल हुईं हैं. उन्हें कांग्रेस का पटका पहनाकर पार्टी में शामिल कराया गया है.
कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के बाद साध्वी अनादि ने कहा, ''मुझे लगता है कि पूरे समाज में मेरी पहचान एक संत के रूप में है. एक संत किसी भी दलगत राजनीति से ऊपर होता है और एक संत पूरे विश्व को अपना परिवार मानता है. उसका एकमात्र लक्ष्य होता है मानव जाति की सेवा करना. एक संत को किसी मंच की आवश्यकता नहीं होती है, वह केवल काम करने पर केंद्रित होता है. मैं सीएम को धन्यवाद देना चाहती हूं कि उन्होंने मुझे सम्मान के साथ पार्टी में शामिल किया''
साध्वी अनादि का असली नाम ममता कालानी है और वो सिंधी समाज से आती है. राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, अजमेर नॉर्थ सीट पर सिंधी वोटर्स की अच्छी-खासी संख्या है, जिसको देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ये दांव चला है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर साध्वी अनादि सरस्वती के नाम से इनकी प्रोफाइल है, जिसके करीब 51 हजार से ज्यादा फॉलोवर भी हैं. इस फेसबुक पेज पर वह लोगों को खुश रहने और सादगी का जीवन जीने के लिए प्रेरित करती हैं.