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Rajasthan: वसुंधरा राजे के गढ़ में BJP को बड़ी शिकस्त, धौलपुर जिले की चारों सीटों पर मिली हार

धौलपुर जिले की चारों विधानसभा सीटो पर साल 2018 में हुए चुनावों में तीन सीटें कांग्रेस, एक पर बीजेपी ने अपना परचम फहराया था, लेकिन धौलपुर विधायक शोभारानी कुशवाहा राज्य सभा के चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गई थीं.

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वसुंधरा राजे (File Photo).
वसुंधरा राजे (File Photo).

राजस्थान विधानसभा चुनाव की आज हुई मतगणना में प्रदेश में जहां बीजेपी ने ज्यादातर जगह जीत दर्ज की हैं. वहीं, धौलपुर जिले में बीजेपी का सफाया हो गया है. राजस्थान की पूर्व सीएम और धौलपुर की महारानी वसुंधरा राजे के गृह जिले में बीजेपी चारों खाने चित्त हो गई है. जिले की चार विधानसभा सीट में से तीन पर कांग्रेस ने अपना परचम फहराया है. जबकि, एक सीट पर बीएसपी ने जीत दर्ज की हैं.

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विधानसभा चुनाव की मतगणना रविवार को राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय में शांतिपूर्ण संपन्न हुई. धौलपुर जिले की धौलपुर,राजाखेड़ा और बसेड़ी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने बाजी मार ली है. तो वहीं, बाड़ी विधानसभा क्षेत्र से बीएसपी ने जीत दर्ज की है.

साली ने जीजा को दी करारी मात

जिले की धौलपुर विधानसभा क्षेत्र से दूसरी बार भी जीजा-डॉक्टर शिवचरण कुशवाहा और साली शोभारानी कुशवाहा पार्टी बदलकर चुनावी मैदान में थे. जीजा-साली के बीच मुकाबला देखा जा रहा था, लेकिन कांग्रेस की शोभारानी कुशवाहा ने चुनावी चौसर बिछा कर अपने जीजा बीजेपी के डॉक्टर शिवचरण कुशवाहा को चुनावी दंगल में तीसरे नंबर पर लाकर खड़ा कर दिया.

पूर्व राज्य मंत्री बनवारी लाल शर्मा के भतीजे और बीएसपी के रीतेश शर्मा को 16 हजार 789 मतों से पराजित कर जीत हासिल कर ली. कांग्रेस की शोभारानी कुशवाहा को 69 हजार 724 मत, बीएसपी प्रत्याशी रीतेश शर्मा को 52 हजार 935 मत और बीजेपी के डॉ. शिवचरण कुशवाहा को 45 हजार 637 मत मिले.

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साल 2018 में हुए चुनाव में बीजेपी की शोभारानी कुशवाह ने अपने जीजा कांग्रेस के डॉ. शिवचरण कुशवाह को 19 हजार 360 मतों से हराया था. बीजेपी की शोभारानी कुशवाह को 67 हजार 349, कांग्रेस के डॉ. शिवचरण कुशवाह को 47 हजार 989 और बीएसपी के किशन चंद्र शर्मा को 21 हजार 253 मत मिले थे.

सीएम योगी का नहीं चला जादू

जिले की राजाखेड़ा विधानसभा सीट पर इस बार कांग्रेस प्रत्याशी रोहित बोहरा का मुकाबला जिले के ज्यादातर नेताओं और दो जाति विशेष से हुआ. कांग्रेस प्रत्याशी के सामने पूर्व राज्य मंत्री बनवारी लाल शर्मा की पुत्र वधु नीरजा शर्मा बीजेपी से मैदान में थी.

यहां कांग्रेस और बीजेपी में आमने-सामने की टक्कर होने के बावजूद रोहित बोहरा ने नीरजा शर्मा को 15 हजार 557 शिकस्त दी. कांग्रेस के रोहित बौहरा को 89 हजार 120 मत और बीजेपी की नीरजा शर्मा को 73 हजार 563 मत मिले. वहीं, साल 2018 में कांग्रेस के रोहित बोहरा ने नीरजा शर्मा के पति दिवंगत अशोक शर्मा को 14 हजार 991 मतों से शिकस्त दी थी.

उस समय कांग्रेस के रोहित बोहरा को 76 हजार 278 और भाजपा के अशोक शर्मा को 61 हजार 287 मत मिले थे. इस विधानसभा सीट पर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने विशाल जनसभा को भी संबोधित किया था.

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मगर, यूपी के आगरा जिले के नजदीक इस विधानसभा क्षेत्र में सीएम योगी का जादू यहां नहीं चल पाया और ध्रुवीकरण की राजनीति भी नहीं चल पाई. साथ ही इस क्षेत्र के बीजेपी के पूर्व विधायक रविंद्र सिंह बोहरा और उनके पुत्र विवेक सिंह बोहरा समेत अन्य नेताओं ने रोहित बोहरा का चुनाव प्रचार के दौरान जमकर विरोध किया था.

कांग्रेस के बागी की जमानत हुई जब्त

जिले की बसेड़ी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के संजय कुमार जाटव ने भाजपा के सुखराम कोली को 27 हजार 110 मतों से करारी शिकस्त दी है. कांग्रेस के संजय कुमार को 86 हजार 145 मत और बीजेपी के सुखराम को 59 हजार 35 मत मिले हैं.

वहीं, इस सीट से कांग्रेस के वर्तमान विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा भी बागी होकर मैदान में थे, लेकिन वह मतदान से करीब चार दिन पहले मैदान छोड़ चुके थे और कोई ख़ास असर नहीं दिखा पाए. उनको सिर्फ एक हजार 366 मत ही मिले और उनकी जमानत जब्त हो गई. साल 2018 में इस सीट पर खिलाड़ी लाल बैरवा ने भाजपा के छितरिया को 17 हजार 556 मतों से हराया था. कांग्रेस के खिलाड़ी लाल बैरवा को 54 हजार 297 और भाजपा के छितरिया को 36 हजार 741 मत प्राप्त हुए थे.

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बाड़ी में कांग्रेस तीसरे नंबर पर

जिले की हॉट सीट बाड़ी में कांग्रेस के वर्तमान विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा बीजेपी की टिकिट पर मैदान में थे. कांग्रेस से प्रशांत सिंह परमार और बीएसपी से जसवंत सिंह गुर्जर में त्रिकोणीय मुकाबला देखा जा रहा था, लेकिन जसवंत सिंह ने गिर्राज सिंह मलिंगा को 27 हजार 424 मतों से हराकर पुरानी तीन हार का बदला ले लिया. बीएसपी के जसवंत सिंह गुर्जर को एक लाख 6 हजार 60 मत, बीजेपी के गिर्राज सिंह मलिंगा को 78 हजार 636 मत और कांग्रेस के प्रशांत सिंह परमार को 11 हजार 601 मत ही मिले.

साल 2018 में कांग्रेस ने जीती थीं तीन सीट

साल 2018 के चुनाव में कांग्रेस के गिर्राज सिंह मलिंगा ने भाजपा के जसवंत सिंह गुर्जर को 19 हजार 683 मतों से हराया था. गिर्राज सिंह मलिंगा को 79 हजार 712, भाजपा के जसवंत सिंह को 60 हजार 29 और बसपा के रामहेत कुशवाह को 36 हजार 552 मत प्राप्त हुए थे.

धौलपुर जिले की चारों विधानसभा सीटो पर साल 2018 में हुए चुनावों में तीन सीटें कांग्रेस, एक पर बीजेपी ने अपना परचम फहराया था, लेकिन धौलपुर विधायक शोभारानी कुशवाहा राज्य सभा के चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गई थीं.

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साल 2013 में हुए चुनावो में यहां एक-एक सीट पर भाजपा व बीएसपी और दो सीट पर कांग्रेस का कब्जा था, लेकिन साल 2023 के चुनाव में तीन सीटों पर कांग्रेस और एक पर बीएसपी ने परचम फहरा कर पूर्व सीएम और धौलपुर की महारानी वसुंधरा राजे के गढ़ में इस बार भी सेंध लगा दी.

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