देश के नामी रिसर्च संस्थान सीएसडीएस के चुनाव पूर्व सर्वे की मानें तो 8 दिसंबर को दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे देखकर देश के बड़े-बड़े राजनीतिक पंडित हैरत में पड़ जाएंगे. महज 11 महीने पुरानी आम आदमी पार्टी इस बार 19 से 25 सीटें लेकर कांग्रेस और बीजेपी दोनों का बोरिया बिस्तर समेट सकती है.
एक निजी चैनल और पत्रिका के लिए किए गए इस सर्वे के मुताबिक, 70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा इस बार त्रिशंकु होने जा रही है. अरविंद केजरीवाल की नई नवेली आम आदमी पार्टी वोट बटोरने के मामले में दूसरे नंबर पर रह सकती है.
सर्वे की मानें तो बीजेपी को सबसे ज्यादा 29 फीसदी, 'आप' को 28 फीसदी और कांग्रेस को 27 फीसदी वोट मिलेंगे.
अगर इन वोटों को सीटों में बदला जाए तो बीजेपी को 22 से 28 सीटें मिल सकती हैं. जबकि पहली बार चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दोनों को 19 से 25 सीटें मिलती नजर आ रही हैं. यानी साफ है कि शीला दीक्षित सरकार का सूपड़ा साफ हो जाएगा, पर बहुमत किसी को नहीं मिलेगा. अन्य के खाते में दो सीटें जाती दिख रही हैं.
सर्वे के मुताबिक, ऐसी होगी दिल्ली विधानसभा की तस्वीर
कुल सीटें: 70
बीजेपी: 22-28
कांग्रेस: 19-25
आम आदमी पार्टी: 19-25
वोट फीसदी
बीजेपी: 29 फीसदी
कांग्रेस: 27 फीसदी
आम आदमी पार्टी: 28 फीसदी
कौन बने मुख्यमंत्री?
अरविंद केजरीवाल: 43 फीसदी
शीला दीक्षित: 24 फीसदी
विजय गोयल (सर्वे के वक्त हर्ष वर्धन नहीं थे उम्मीदवार): 19 फीसदी
कह नहीं सकते: 14 फीसदी
क्या शीला सरकार को मिले दूसरा चांस
नहीं: 60 फीसदी
हां: 29 फीसदी
कह नहीं सकते: 11 फीसदी
AAP के वोटरों में कौन-कौन?
18-25 की उम्र के: 37 फीसदी
हरियाणा प्रवासी: 32 फीसदी
कॉलेज तक पढ़े: 31 फीसदी
उच्च वर्ग: 31 फीसदी
पंजाब खत्री: 30 फीसदी
वैश्य + जैन: 30 फीसदी
महिलाएं: 30 फीसदी
मध्य वर्ग: 29 फीसदी
निम्न वर्ग: 28 फीसदी
दलित: 28 फीसदी
मिडल एंड लोअर ओबीसी: 33 फीसदी
दिल्ली में बिजली का मुद्दा जोर-शोर से किसने उठाया?
कांग्रेस: 9 फीसदी
बीजेपी: 16 फीसदी
आप: 41 फीसदी
बीजेपी और आप, दोनों: 11 फीसदी