रघुवर दास ने झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. प्रदेश के 14 साल के इतिहास में पहली बार बहुमत सरकार बनाने जा रही बीजेपी ने उन्हें कुर्सी सौंपकर बड़ा फैसला लिया है. वह 32 फीसदी आदिवासी आबादी वाले प्रदेश के पहले गैर-आदिवासी मुख्यमंत्री होंगे. आइए, आपको बताते हैं कौन हैं रघुवर दास.
1. 59 साल के रघुवर दास मूल रूप से छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं.
2. 30 दिसंबर 2009 से 29 मई 2010 तक वह झारखंड के उपमुख्यमंत्री भी रहे हैं.
3. 1995 से वह जमशेदपुर ईस्ट सीट से चुनाव जीतते आ रहे हैं.
4. वह गैर-आदिवासी मूल के हैं और पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखते हैं. बीजेपी के हालिया रुख को देखते हुए यह पहले ही लग रहा था कि उनकी सामाजिक पृष्ठभूमि उनके पक्ष में काम कर सकती है.
5. रघुवर दास ने भालूबासा हरिजन स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की है. अर्जुन मुंडा के बाद वह यहां के दूसरे छात्र हैं जो झारखंड की सत्ता संभालेंगे.
6. रघुवर दास एक बेहद साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता चवनदास मजदूरी किया करते थे.
7. एक जमाने में रघुवर दास का परिवार भालूबासा स्थित हरिजन स्कूल के पीछे भालूबासा लाइन तीन मकान नंबर 89 में रहा करता था.
8. रघुवर दास अमरेंद्र प्रताप सिंह फिर इस्तीफा देकर बीजेपी की राजनीति में आ गए.
9. जमशेदपुर में टाटा स्टील के रोलिंग मिल में मजदूर के रूप में अपना सफर शुरू किया. बाद में एग्रीको में टाटा स्टील के कंपनी क्वार्टर में रहने लगे
10. उनके छोटे भाई मूलचंद आज भी बस्ती में ही परिवार समेत रहते हैं, जहां रघुवर अपने माता-पिता के साथ रहा करते थे.
11. रघुवर दास जेपी आंदोलन में शामिल थे और 1975 के आपातकाल के समय जेल भी गए थे.
12. रघुवर दास ने ही लोकनायक जयप्रकाश नारायण के संपूर्ण क्रांति आंदोलन का जमशेदपुर में नेतृत्व किया.
13. उनकी शादी सोनारी के बुधराम मोहल्ला के रहने वाले बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के कर्मचारी की बेटी रुक्मणी देवी से हुई है.
14. साल 1980 में रघुवर दास बीजेपी प्रत्याशी दीनानाथ पांडे के लिए पोलिंग एजेंट बने थे.
15. बाद में उनके काम से खुश होकर बीजेपी ने उन्हें बूथ मैनेजमेंट की जिम्मेदारी सौंप दी.
16. साल 1990 में रघुवर दास ने जिला महामंत्री के तौर पर दीनानाथ पांडे को जीत दिलाने में रणनीतिक स्तर पर अहम भूमिका निभाई.
17. 1995 में बीजेपी ने दीनानाथ पांडे का ही टिकट काटकर रघुवर दास को प्रत्याशी बनाया और उन्होंने चुनाव जीतकर सबको चौंका दिया.
18. रघुवर दास के छोटे भाई मूलचंद साहू टाटा स्टील के ईएसएस प्राप्त मजदूर हैं.
19. सबसे छोटे भाई जगदेव साहू श्रम व नियोजन विभाग में कर्मचारी हैं.
20. उनकी घोषित संपत्ति करीब साढ़े 24 लाख रुपये है.