यह दास्तान है देश के सबसे बुजर्ग विधायक की. 94 वर्षीय गणपतराव देशमुख ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करके एक नया रिकॉर्ड बनाया है. आज तक वहां कोई भी नेता 11 बार चुनाव नहीं जीता.
देशमुख पीजेंट्स ऐंड वर्कर्स पार्टी (पीडब्ल्यूपी) से शोलापुर के संगोला चुनाव क्षेत्र के उम्मीदवार थे और वे तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि के 12 बार जीत के रिकॉर्ड के करीब पहुंच गए हैं. उन्होंने शिवसेना के उम्मीदवार शाहाजीबापू राजाराम पाटील को 15,224 वोटों से हरा दिया.
देशमुख पहली बार 1962 में जीते थे और आज तक सिर्फ दो बार 1972 और 1995 में चुनाव हारे हैं. 2012 में विधानसभा में उनके 50 साल पूरे होने पर उनका सम्मान किया गया था. हैरानी की बात है कि इतनी बार विजय के बाद भी देशमुख को ज्यादातर समय विपक्ष की बेंच पर बैठना पड़ा. वह दो बार थोड़े समय के लिए मंत्री भी बने. वह संगोला शहर में एक छोटे से मकान में रहते हैं और उन्हें वहां बहुत इज्जत की दृष्टि से देखा जाता है.