विधानसभा चुनावों की मतगणना की पूर्व संध्या पर सत्तारूढ़ दल एलडीएफ और विपक्षी पार्टी यूडीएफ के खेमे में गहमागहमी का माहौल है.
केरल के मतदाताओं और प्रत्याशियों को चुनाव परिणाम के लिए पहली बार इतना लंबा इंतजार करना पड़ रहा है. राज्य में 140 विधानसभा सीटों के लिए 13 अप्रैल को चुनाव हुए थे.
केरल के इतिहास में यह पहला ऐसा चुनाव था जिसमें दोनों दलों के बीच कांटे की टक्कर रही. ज्यादातर चुनाव पूर्ण सर्वेक्षणों में यह बात सामने आयी कि परिणाम यूडीएफ के पक्ष में रहेगा. मगर दोनों दलों के बीच का अंतर काफी कम रहेगा.
सर्वेक्षण के परिणामों के मुताबिक दोनों दलों में कांटे की टक्कर है. इस वजह से दोनों खेमों में बेचैनी का माहौल है. हालांकि सर्वे में यह बात सामने आयी है कि मुख्यमंत्री वी. एस. अच्युतानंदन चुनाव परिणामों को लेकर अविचलित हैं.
अच्युतानंदन ने कहा, ‘13 मई को मतगणना होने तक का इंतजार कीजिए.’ उन्होंने कहा, ‘चुनाव पूर्व सर्वेक्षण में करीब 65 प्रतिशत लोगों ने कहा कि सरकार अच्छा काम कर रही है. इससे हमें संतोष हुआ है. शेष सब कुछ 13 मई को चुनाव परिणामों के साथ ही सामने आएगा.’