बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों का प्रचार करने यहां आयी पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नीतीश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए गुरुवार को कहा कि ‘हाथी के दांत खाने के और दिखाने के और’ कहावत इस पर पूरी तरह लागू होती है.
धर्मनिरपेक्षता के मुद्दे पर प्रदेश सरकार की आलोचना करते हुए सोनिया गांधी ने कहा, ‘पांच साल से जो यहां राज कर रहे हैं उनकी असलियत सबके सामने आ चुकी है. ये सेकुलर होने का दावा करते हैं. सांप्रदायिक तत्वों के साथ गठबंधन करने वालों की सच्चाई सबके सामने है. हाथी के दांत खाने के और दिखाने के और होते हैं. यह कहावत इन पर (राजग सरकार) पूरी तरह से लागू होती है.’
बिहार के भागलपुर और बेगूसराय में चुनावी सभाओं में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस खोखले दावे नहीं करती है. सोनिया ने कहा, ‘कांग्रेस ऐसी पार्टी है जो खोखले वादे नहीं करती. 2004 से जब से केंद्र में कांग्रेस की संप्रग सरकार बनी है तब से, हमने जो वादे किये करीब करीब उनको पूरा किया है.’
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष ने नीतीश कुमार नीत बिहार की सरकार को सब्जबाग दिखाने वाली सरकार कहा. बिहार सरकार पर नाराजगी जाहिर करते हुए सोनिया ने कहा, ‘इस सरकार की आदत यह भी है कि वह अपनी हर नाकामयाबी का दोष केंद्र सरकार पर थोपना चाहती है. हकीकत यह है कि केंद्र ने पर्याप्त मदद दी है.’ {mospagebreak}
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार को जो संसाधन मुहैया कराये उनका इस्तेमाल यहां (राजग) की सरकार ने नहीं किया उल्टे यहां से भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही हैं. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कमजोर वर्गों, विशेषकर बालिकाओं के लिए संप्रग ने छात्रवृत्ति दी और पिछड़ों के लिए उच्च शिक्षा में आरक्षण की व्यवस्था की.
लालू राबड़ी की पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल की ओर संकेत करते हुए सोनिया ने जनता से कहा, ‘उन्होंने बड़े बड़े वादे किये और सुनहरे सपने दिखाये. खोखले वादे के नतीजों और वादों को खुद देखा और झेला तथा आजमाया है.’
मनरेगा और शिक्षा का अधिकार कानून जैसी संप्रग सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए सोनिया ने कहा कि राज्य सरकार इन योजनाओं को बिहार में लागू करने में विफल रही है. आम आदमी को इसका लाभ नहीं मिला है और उनकी जिंदगी में इसका असर नहीं दिख रहा है.