तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी की पदयात्राओं में जुटी हजारों की भीड़ ने सत्तारूढ़ माकपा को सोचने पर मजबूर कर दिया है और इसके जवाब में मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य ने आगामी शनिवार को अपने जादवपुर निर्वाचन क्षेत्र में एक रोड शो करने की योजना बनाई है.
माकपा राज्य सचिवालय के सदस्य रॉबिन देव ने बताया, ‘बुद्धदेव भट्टाचार्य जादवपुर पुलिस थाने से सोनारपुर तक सात किलोमीटर की दूरी तय करेंगे.’ देव ने जोर देकर कहा कि इस तरह का कोई सवाल ही नहीं उठता कि मुख्यमंत्री तृणमूल कांग्रेस प्रमुख का अनुसरण कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘इसके विपरीत ममता खुद माकपा द्वारा जन महत्व के मुद्दों पर बीते समय में किए गए विशाल प्रदर्शनों का अनुसरण कर रही हैं जिनमें से कुछ प्रदर्शनों में बुद्धदेव ने अग्रणी भूमिका निभाई.’ देव जादवपुर निर्वाचन क्षेत्र में माकपा का प्रचार अभियान देख रहे हैं.
गत रविवार को ममता ने राज्य के पूर्व मुख्य सचिव मनीष गुप्ता के साथ कई निर्वाचन क्षेत्रों में एक विशाल पदयात्रा की थी. गुप्ता जादवपुर निर्वाचन क्षेत्र में भट्टाचार्य के खिलाफ माकपा के उम्मीदवार हैं. ममता ने पदयात्रा में गरियाहाट से गरिया तक 12 किलोमीटर का सफर तय किया. यह तृणमूल कांग्रेस का सर्वाधिक सफल रोड शो रहा. {mospagebreak}
लोगों ने राज्य की भावी मुख्यमंत्री मानी जा रही ममता बनर्जी की झलक पाने के लिए उनकी पूर्व की पदयात्राओं में भी बढ़ चढ़कर भाग लिया. ममता पिछले दो हफ्तों में जादवपुर सहित शहर और इसके बाहरी इलाकों में पहले ही इस तरह के पांच रोड शो कर चुकी हैं. ममता ने इकबालपुर से मेटियाबुर्ज तक शहर के मुस्लिम बहुल इलाकों में पदयात्रा की जिसमें भारी भीड़ जुटी. उनकी पदयात्रा के प्रति एकजुटता दिखाते हुए राज्य के वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रदीप भट्टाचार्य भी इसमें शामिल हुए.
इससे पूर्व उन्होंने शहर के 11 निर्वाचन क्षेत्रों को शामिल करते हुए जोका से बेहाला राजबाजार से सीआईटी रोड और तल्लाह से फूलबागन तक पदयात्रा की. इसके विपरीत वाम मोर्चे के धुरंधर प्रचारक मुख्यमंत्री ने खुद को अपने निर्वाचन क्षेत्र तक सीमित कर लिया है.
13 मार्च को जब वाम मोर्चे की सूची जारी हुई तब से लेकर अब तक वह 13 जनसभाओं को संबोधित कर चुके हैं. जादवपुर निर्वाचन क्षेत्र 1977 से माकपा के कब्जे में रहा है और इसके उम्मीदवार लगतार जीतते रहे हैं. हालांकि माकपा की मजबूत पकड़ वाली सीट 2009 के लोकसभा चुनाव में उसके हाथ से निकल गई और तृणमूल कांग्रेस के कबीर सुमन ने जादवपुर संसदीय निर्वाचन से जीत दर्ज कर ली.