माकपा से निष्कासित नेता एवं पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन इसलिए खराब रहा क्योंकि पश्चिम बंगाल में वह लोगों से कट गई थी और लोगों का मूड भांपने में विफल रही.
सोमनाथ ने कहा, ‘स्पष्ट तौर पर पार्टी लोगों से कट गई थी और उनका मिजाज भांपने में विफल रही.’ यह पूछे जाने पर कि पश्चिम बंगाल में वाममोर्चा के खराब प्रदर्शन का क्या कारण था, उन्होंने कहा, ‘कुछ गलतियां हुई थी और इसकी ठीक ढंग से समीक्षा नहीं की गई.’
साल 2008 में मनमोहन सिंह सरकार के विश्वास मत के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निकाले गए सोमनाथ ने कहा, ‘यह पिछले लोकसभा चुनाव के अनुरूप ही है हालांकि वाममोर्चा ने इससे उबरने का प्रयास किया.’ उन्होंने कहा, ‘सुधार से जुड़े अभियान से मदद नहीं मिली.’
यह पूछे जाने पर कि वह पार्टी को क्या सलाह देंगे, उन्होंने कहा, ‘मैं माकपा का सदस्य नहीं हूं, इसलिए मैं पार्टी को कोई सुझाव नहीं दे सकता.’ उन्होंने कहा, ‘मैं लोगों को शांति और विकास की उम्मीद करने के लिए धन्यवाद देता हूं.’