उत्तर प्रदेश के अपराध के आकड़ों और मनरेगा के क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं का हवाला देते हुए कांग्रेस ने राज्य की मुख्यमंत्री मायावती पर जमकर निशाना साधा और उन पर राज्य में अपराध और भ्रष्टाचार का माहौल पैदा करने का आरोप लगाया.
पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश की चिट्ठी पर मायावती की प्रतिक्रिया को भी खारिज किया और कहा कि इसमें शोर ज्यादा है, तथ्य नहीं हैं.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को एक पत्र लिखकर राज्य में मनरेगा के क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं के बारे में केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश के आरोपों को राजनीति से प्रेरित करार देते हुए इस पर कड़ी आपत्ति जतायी है.
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने हाल ही में मायावती को भेजे पत्र में राज्य में मनरेगा के क्रियान्वयन में कथित खामियों और अनियमितताओं की ओर इशारा किया था. सिंघवी ने जयराम रमेश की बातों का समर्थन करते हुए कहा कि आकड़े बताते हैं कि गोंडा जिले में मनरेगा के कोष से तीस लाख रूपये के खिलौने खरीदे गये और बलराम पुर में 80 लाख रूपये के टेंट की खरीद की गई.
उन्होंने कहा कि यह खिलौनों की बात नहीं है बल्कि खिलवाड़ है प्रदेश के साथ. उन्होंने कहा कि जनता जवाब मांग रही है और सरकार के पास सिवाय बहानेबाजी के कोई जवाब नहीं है. सिंघवी ने राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो द्वारा जारी किये गये वर्ष 2010 के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि पूरे देश में जितने अपराध दर्ज किये गये उनमें 33 प्रतिशत उत्तर प्रदेश में दर्ज हुए और उत्तर प्रदेश इस मामले में अग्रणी हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि पूरे भारत में किसी प्रदेश की नौकरशाही इतनी हतोत्साहित नहीं है जितनी उत्तर प्रदेश में है. वहां प्रशासन की रीढ़ चरमरा गयी है क्योंकि वहां वरिष्ठता और ईमानदारी अयोग्यता बन गयी है और सिर्फ पक्षपात को बढावा दिया जाता है.