तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने कहा कि इस बार के विधानसभा चुनाव प्रदेश में वाम मोर्चा की सरकार के 35 साल पुराने शासन का अंत करते हुए इतिहास रचेंगे और वामपंथी विपक्षी वोटों को बांटकर सत्ता पाने में सक्षम नहीं हो पाएंगे.
ममता ने भाजपा पर भी निशाना साधा और उसे पश्चिम बंगाल में माकपा का बड़ा दोस्त कहा. उन्होंने कांग्रेस का टिकट नहीं मिलने पर बगावत कर निर्दलीय खड़े उम्मीदवारों को भी ‘माकपा का एजेंट’ कहकर कोसा. उत्तरी बंगाल के अपने पांच दिन के दौरे के अंतिम चरण में बांग्लादेश की सीमा से लगे उत्तरी दिनाजपुर जिले के इस्लामपुर विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ममता ने कहा, ‘बंगाल में इतिहास रचा जाएगा. माकपा 35 साल बाद सत्ता से बाहर हो जाएगी.’
प्रदेश में पहले चरण में उत्तरी बंगाल की 54 सीटों के लिए 18 अप्रैल को मतदान होगा. ममता ने कहा, ‘माकपा और भाजपा प्रदेश में दो भाई हैं. भाजपा को पूरे साल प्रदेश में जनता की चिंता करते नहीं देखा गया. वे केवल चुनाव में नजर आते हैं और वाम विरोधी वोटों को बांटने के लिए माकपा की मदद करते हैं.’
राजग सरकार में पूर्व सहयोगी रहीं ममता ने भाजपा पर उस समय निशाना साधा जब पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी जलपाईगुड़ी जिले में चुनाव प्रचार के लिए मौजूद थे. तृणमूल अध्यक्ष ने कहा, ‘जो (कांग्रेस के बागी) निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं वे माकपा के एजेंट हैं. हर बार मार्क्सवादियों द्वारा विपक्ष का वोट बैंक काटने के लिए उन्हें खड़ा किया जाता है. हमें इस बारे में पता है. लेकिन इस बार वे कोई असर नहीं डाल पाएंगे.’
ममता बनर्जी ने उत्तरी बंगाल के अनेक जिलों में 10 अप्रैल से जबरदस्त दौरे किये हैं और हेलीकॉप्टर से इलाके को कवर किया. लेकिन उन्हें सभा को संबोधित करने के लिए सड़क मार्ग से जाना पड़ा क्योंकि खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर से उड़ान भरने में कठिनाई पेश आई.