पश्चिम बंगाल में मतदाताओं से वाममोर्चा के 34 साल के कुशासन को खत्म करने की अपील करते हुए कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने कहा कि अन्य राज्यों के लिए कभी उदाहरण रहा यह राज्य बहुत ही खस्ताहाल हालत में पहुंच चुका है.
राहुल ने कहा कि चाहे उद्योग हो या कृषि या रोजगार या शिक्षा हर क्षेत्र में पश्चिम बंगाल का प्रदर्शन महाराष्ट्र, तमिलनाडु और दिल्ली जैसे राज्यों की तुलना में दयनीय है. उत्तरी बंगाल में विभिन्न चुनावी रैलियों में उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस और तृणमूल साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं. हम ऐसी सरकार देंगे जो पश्चिम बंगाल में विकास का सूत्रपात करेगी.’
उत्तरी बंगाल में 18 अप्रैल को राज्य विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मतदान होगा. राहुल ने अफसोस प्रकट करते हुए कहा कि सरकार आम आदमी के लिए होनी चाहिए और उसे उनके कल्याण के लिए कही काम करना चाहिए लेकिन यहां की सरकार की प्राथमिकता अपना संगठन और कैडर है तथा राज्य की जनता उसके लिए बाद में आती है.
राहुल ने माकपा पर गरीब और दबे कुचले लोगों के कल्याण के भेजी जाने वाली केंद्रीय राशि को हथियाने का आरोप लगाया. उन्होंने आरोप लगाया कि संप्रग सरकार ने नरेगा समेत विभिन्न योजनाओं के तहत इस राज्य को करोड़ों रूपए आवंटित किए लेकिन उस धनराशि का उचित इस्तेमाल नहीं हुआ और अंतत:उससे माकपा सदस्य एवं कार्यकर्ता लाभान्वित हुए.
उन्होंने कहा, ‘कम्युनिस्टों की विचारधारा शेष दुनिया में बेकार हो गयी है लेकिन यहां पिछले 34 सालों से बनी हुई है. यह माकपा के लिए बनी हुई है. यह आपके लिए नहीं बनी हुई है.’ राहुल के अनुसार संप्रग सरकार ने किसानों को 70,000 करोड़ ऋण माफ किए तथा अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत आदिवासियों को जमीन उपलब्ध कराई.
उन्होंने कहा कि सरकार शीघ्र ही संसद में खाद्य सुरक्षा विधेयक लाएगी ताकि देश में कोई भी गरीबी और भूख की गिरफ्त में न हो. नक्सलबारी की सभा में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के समर्थक इस नेता का स्वागत करने के लिए अपनी पार्टी के झंडे के साथ बड़ी संख्या में मौजूद थे. मोर्चा ने कांग्रेस-तृणमूल कांग्रेस गठजोड़ को एकतरफा समर्थन की घोषणा की है.
राहुल ने कहा कि देश में बीच ही पढ़ाई छोड़ देने वाले स्कूली बच्चों की सर्वाधिक दर इस राज्य में ही है. यहां 15 फीसदी शहरी बेरोजगारी और 10 फीसदी ग्रामीण बेरोजगारी है. राज्य में छह चरणों में मतदान होना है. छह जिलों की 54 सीटों पर 18 अप्रैल को मतदान होगा.
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल को केंद्र की विभिन्न प्रमुख योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए 1,13,000 करोड़ रुपए की विशाल धनराशि जारी गयी लेकिन ‘वह आपके पास तक नहीं पहुंची. राहुल ने दार्जीलिंग जिले के नक्सलबारी, जलपाईगुरी जिले के माल, मालदा जिले के मोताबारी तथा मुर्शिदाबाद जिले के डोमकाल में चुनावी सभाओं को संबोधित किया.
उन्हें मुर्शिदाबाद जिले के फरक्का में भी एक अन्य चुनावी सभा को संबोधित करना था लेकिन जलपाइगुरी में खराब मौसम के लिए चलते मुर्शिदाबाद जिले में देर से पहुंचने के कारण यह सभा रद्द कर दी गयी है. जलपाईगुरी में राहुल को माल से बागडोगरा हवाई अड्डा हेलीकॉप्टर के बजाय कार से जाना पड़ा.