पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में 63 सीटों के लिए मंगलवार को हुए मतदान में 84 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. मतदान पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा.
उप चुनाव आयुक्त विनोद जुत्शी ने मतदान की समाप्ति के बाद यहां संवाददाताओं को बताया, ‘‘पश्चिम बंगाल के हुगली, हावड़ा, पूर्वी मिदनापुर और बर्धवान जिलों की 63 विधानसभा सीटों के लिए 84.8 प्रतिशत मतदान हुआ. मतदान बहुत ही शांतिपूर्ण रहा और कहीं से भी किसी अप्रिय घटना का समाचार नहीं है.’’
उन्होंने बताया कि मतदान का प्रतिशत कुछ और बढ़ सकता है क्योंकि मतदान की समय सीमा समाप्त हो जाने के बाद भी अनेक मतदान केन्द्रों पर लोग वोट डालने के लिए लाइनों में लगे थे. गौरतलब है कि वर्ष 2006 में हुए विधानसभा चुनाव में इन निर्वाचन क्षेत्रों में 83.19 फीसदी मतदान हुआ था.
इन 63 निर्वाचन क्षेत्रों के करीब एक करोड़ 26 लाख मतदाताओं के लिए कुल 15,711 मतदान केन्द्र बनाये गये थे. शांतिपूर्ण तरीके से मतदान कराने के लिये सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने के लिए 71 हजार से ज्यादा मतदानकर्मियों की तैनाती के साथ ही चुनाव आयोग ने दो विशेष पर्यवेक्षक, 42 सामान्य पर्यवेक्षक और नौ व्यय पर्यवेक्षकों के अलावा पुलिस पर्यवेक्षक के रूप में भारतीय पुलिस सेवा के चार वरिष्ठ अधिकारियों को तैनात किया था.
जिन निर्वाचन क्षेत्रों में मंगलवार को मतदान हुआ उनमें नंदीग्राम और सिंगूर भी शामिल हैं, जिनकी पिछले कुछ वर्षों में राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव लाने में अहम भूमिका रही है.
चौथे चरण के इस मतदान से 366 उम्मीदवारों के राजनीतिक भाग्य का फैसला इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों में कैद हो गया. इन उम्मीदवारों में राज्य के उद्योग मंत्री निरूपम सेन, उच्च शिक्षा मंत्री सुदर्शन रॉय चौधरी और पांच अन्य कैबिनेट मंत्री शामिल हैं.
इस चरण में कुल 39 महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में थीं. 294 सदस्यीय पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए इस बार 18 अप्रैल से 10 मई के बीच छह चरणों में चुनाव कराये जा रहे हैं. अगले चरण के चुनाव के लिए सात मई को मतदान होगा, जबकि अंतिम चरण के लिए मतदान 10 मई को होगा. सभी सीटों के लिए मतगणना 13 मई को होगी.
चार मतदान केंद्रों पर विकास तथा अन्य स्थानीय मुद्दों को लेकर लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया. साथ ही मतदान के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के इरादे से 68 लोगों को हिरासत में लिया गया.
उपचुनाव आयुक्त ने बताया कि चुनाव में धनबल के इस्तेमाल पर रोक लगाने के इरादे से आयोग द्वारा शुरू की कई कार्रवाई के तहत पश्चिम बंगाल में चुनाव की घोषणा होने के बाद से अब तक कुल आठ करोड़ 35 लाख रूपये की नकदी जब्त की गई है. इसमें छह करोड़ 58 लाख रुपये की नकदी आयकर महानिदेशालय द्वारा जब्त की गई जबकि एक करोड़ 77 लाख रूपये की राशि फ्याइंग स्क्वैड द्वारा जब्त की गई.