पश्चिम बंगाल में पहले चरण के मतदान में बड़ी संख्या में मतदाताओं के उमड़ने से उत्साहित तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने दावा किया कि माकपा वहां पराजित होगी.
कोलकाता से लगे उत्तरी 24 परगना जिले में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए ममता ने कहा, ‘इस बार माकपा को पश्चिम बंगाल में सत्ता से हटाया जा रहा है. वाम मोर्चा को उत्तर बंगाल में 54 में से दस सीटें भी नहीं मिलेंगी.’ उन्होंने कहा, ‘जनता मार्क्सवादी कुशासन को बदलना चाहती है.
तृणमूल उत्तर बंगाल से अपनी जीत का आगाज कर रहा है जहां हम पहले इतने मजबूत नहीं थे.’ अल्पसंख्यक वोट बैंक पर नजरें टिकाए ममता ने कहा, ‘यदि हम सत्ता में आते हैं तो प्रदेश में अल्पसंख्यकों के विकास के लिए सच्चर समिति की रिपोर्ट को लागू करेंगे और न्यायमूर्ति सच्चर को पश्चिम बंगाल आमंत्रित कर मुस्लिम समुदाय के उत्थान के लिए उनके सुझाव लेंगे.’
भाजपा और माकपा पर तृणमूल कांग्रेस-कांग्रेस गठबंधन के वोट काटने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ‘भाजपा मतदाताओं में पैठ नहीं जमा पाने पर आरएसएस की मदद ले रही है.’ ममता ने कहा, ‘देगंगा में उसके (संघ के) कार्यकर्ता मतदाताओं से ममता बनर्जी के पक्ष में वोट नहीं डालने के लिए कह रहे हैं. क्या मैं हिंदू महिला नहीं हूं? हिंदू मेरे भाई हैं. मैं हिंदू मुस्लिम भाईचारे और एकता की कट्टर समर्थक हूं और उनके बीच विभाजन की किसी भी कोशिश के खिलाफ हूं.’
वाम मोर्चा सरकार पर प्रदेश में बेरोजगारी की समस्या को सुलझाने में नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए तृणमूल अध्यक्ष ने राज्य में नौकरियों और औद्योगीकरण का वादा किया. उन्होंने कहा, ‘हमारा नया नारा परिवर्तन होना चाहिए, प्रतिशोध नहीं. हम चाहते हैं कि सभी को शिक्षा और काम मिले. हम एक नयी सुबह लाएंगे. आओ एक नये बंगाल का निर्माण करें.’