तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ डीएमके और विपक्षी अन्नाद्रमुक के बीच कांटे की टक्कर है. अन्नाद्रमुक की नेता जयललिता के लिए यह चुनाव कई मायने में निर्णायक साबित हो सकता है.
डीएमके की कट्टर विरोधी और अन्नाद्रमुक नेता जयललिता जयरामन के लिए यह एक महत्वपूर्ण चुनावी युद्ध है, क्योंकि अगर वे यह चुनाव हार जाती हैं, तो अन्नाद्रमुक पार्टी पर उनकी पकड़ ढीली पड़ सकती है. अगर ऐसा हुआ, तो पार्टी में गंभीर दरार की नौबत आ सकती है.
यही वजह है कि अन्नाद्रमुक और डीएमके, दोनों ही परस्पर विरोधी दल और उनके गठबंधन यह चुनाव जीतने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं. अन्नाद्रमुक और डीएमके, दोनों ही पार्टिओं ने मतदाताओं को कुछ चीजें मुफ्त देने का वादा किया है, जिनमें मिक्सर-ग्राइंडर शामिल हैं.