जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं. नेता एक-दूसरे पर हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कांग्रेस और बहुजन समाजवादी पार्टी को घेरते हुए भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर केन्द्र में सपा बसपा ने कांग्रेस का साथ दिया है.
उन्होंने कहा, 'कांग्रेसी दिल्ली को लूट रहे हैं तो लखनऊ की रानी कह रही हैं मैं भी किसी से कम नहीं. तुम दिल्ली लूटो, मैं लखनऊ लूटूंगी.'
गडकरी ने कांग्रेस और सपा पर एक परिवार की पार्टी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री डॉं. मनमोहन सिंह गुलाम की तरह काम करते हैं. सोनिया गांधी की आखिरी इच्छा राहुल को प्रधानमंत्री बनाने की है, जबकि सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव की भी अंतिम अच्छा अखिलेश को मुख्यमंत्री बनाने की है.
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए गडकरी ने कहा कि नेहरू, इन्दिरा, राजीव व सोनिया के बाद अब राहुल गरीबी हटाने का नारा दे रहे हैं, जो पहले के ही तरह खोखला है. उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि आम जनता को गरीबी व बदहाली से छुटकारा तो नहीं मिला, लेकिन कांग्रेस सपा व बसपा के नेताओं व कार्यकर्ताओं की गरीबी जरूर दूर हो गयी है.
उन्होंने कहा, ‘राहुलजी आज उत्तर प्रदेश में पिछले 22 वर्ष से विकास ठप होने का मसला उछाल रहे हैं, लेकिन उन्हें जनता को जवाब देना होगा कि 40 वर्ष तक शासन कांग्रेस ने किया है, फिर भी गरीबी, बेरोजगारी व भुखमरी क्यों है.’
गडकरी ने कहा कि संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी को बताना चाहिए कि 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में आरोपी ए राजा के यह कहने के बाद कि उन्होंने जो भी फैसला किया तत्कालीन वित्तमंत्री पी चिदम्बरम की अनुमति से लिया, फिर वह जेल के बाहर क्यों हैं.
उन्होंने भ्रष्टाचार के मामले में केन्द्र और प्रदेश में सत्तारूढ़ बसपा सरकार पर होड़ होने का आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्र में सपा बसपा और कांग्रेस में मिलीभगत है जबकि प्रदेश में वे एक दूसरे का विरोधी होने का दम भरते हैं.
चाहे महंगाई हो चाहे भ्रष्टाचार केन्द्र में सपा बसपा ने कांग्रेस का साथ दिया है और दोनों के लिये तीनों समान रूप से जिम्मेदार हैं.