scorecardresearch
 

प. बंगाल चुनाव: पहले चरण में 74 फीसदी से ज्यादा मतदान

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 54 सीटों के लिए हुए मतदान में 74 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. मतदान पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा

Advertisement
X
मतदाताओं में दिखा उत्‍साह
मतदाताओं में दिखा उत्‍साह

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 54 सीटों के लिए हुए मतदान में 74 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. मतदान पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा.

Advertisement

उप चुनाव आयुक्त विनोद जुत्शी ने मतदान की समाप्ति के बाद संवाददाताओं को बताया, ‘उत्तरी बंगाल के छह जिलों की 54 विधानसभा सीटों पर 74.27 प्रतिशत मतदान हुआ. मतदान बहुत ही शांतिपूर्ण रहा और कहीं से भी किसी अप्रिय घटना का समाचार नहीं है.’

उन्होंने बताया कि मतदान का प्रतिशत और बढ़ सकता है क्योंकि मतदान की समय सीमा समाप्त हो जाने के बाद भी अनेक मतदान केन्द्रों पर लोग वोट डालने के लिए लाइनों में लगे थे. गौरतलब है कि वर्ष 2006 में हुए विधानसभा चुनाव में इन निर्वाचन क्षेत्रों में 82 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुआ था.

उन्होंने बताया कि छह जिलों कूचबिहार, उत्तरी दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर, जलपाईगुड़ी, दार्जिलिंग और मालदा में फैले इन 54 विधानसभा क्षेत्रों के 97 लाख 62 हजार से अधिक मतदाताओं के लिए कुल 12,131 मतदान केन्द्र बनाये गये थे.

Advertisement

स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए 57 हजार से ज्यादा मतदान कर्मी की तैनाती के साथ ही चुनाव आयोग ने 28 सामान्य पर्यवेक्षक और नौ व्यय पर्यवेक्षक के अलावा पुलिस पर्यवेक्षक के रूप में भारतीय पुलिस सेवा के दो वरिष्ठ अधिकारी को तैनात किया था.

पहले चरण के इस मतदान के साथ करीब तीन दशक से राज्य में सत्तारूढ़ वाममोर्चा सरकार के 11 मंत्रियों सहित कुल 364 उम्मीदवारों का राजनीतिक भाग्य इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों में कैद हो गया. इन मंत्रियों में अशोक भट्टाचार्य, क्षिति गोस्वामी, विश्वनाथ चौधरी, किरोनमोय नंदा, नारायण विश्वास और श्रीकुमार मुखर्जी प्रमुख हैं.

इनके अलावा कांग्रेस नेता देवप्रसाद राय और तृणमूल कांग्रेस के दार्जिलिंग जिला अध्यक्ष गौतम देव की किस्मत भी इस चुनाव से जुड़ी है. पहले चरण के मतदान से चुनाव मैदान में उतरी कुल 38 महिलाओं के भाग्य का भी फैसला होगा. उपचुनाव आयुक्त ने बताया कि शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान को सुनिश्चित करने के लिए पहले चरण के इस चुनाव में कुल दस लोगों को ऐहतियाती हिरासत में लिया गया.

उन्होंने बताया कि छह मतदान केन्‍द्रों पर लोगों ने विभिन्न कारणों से मतदान का बहिष्कार किया. 294 सदस्यीय राज्य विधानसभा के लिए इस बार 18 अप्रैल से 10 मई के बीच छह चरणों में चुनाव कराये जा रहे हैं. अगले चरण के चुनाव के लिए 23 अप्रैल को मतदान होगा.

Advertisement

सभी सीटों के लिए मतगणना 13 मई को होगी. उपचुनाव आयुक्त ने बताया कि चुनाव में धनबल के इस्तेमाल पर रोक लगाने के इरादे से आयोग द्वारा शुरू की कई कार्रवाई के तहत पश्चिम बंगाल में अब तक कुल छह करोड़ 68 लाख की नकदी जब्त की गई. इनमें पांच करोड़ 77 लाख रुपये की नकदी आयकर महानिदेशालय द्वारा जब्त की गई.

Advertisement
Advertisement