कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पश्चिम बंगाल की माकपा नीत वाम मोर्चा सरकार पर केन्द्र की ओर से मुहैया कराई गई आर्थिक मदद के दुरुपयोग का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि केन्द्र द्वारा दी गई आर्थिक मदद के दुरुपयोग के चलते पश्चिम बंगाल दिवालिया राज्य में तब्दील हो गया. गांधी ने अपने तुफानी चुनावी दौरे के तहत मुर्शिदाबाद जिले के सलार में एक चुनाव सभा में कहा, ‘पिछले 34 वर्षों में केन्द्र सरकार ने पश्चिम बंगाल के विकास के लिए करोड़ों रुपए दिए लेकिन यह फिर भी पिछड़ा रहा. ऐसे में केन्द्र सरकार की ओर से दी गई आर्थिक मदद कहां गई. वाम मोर्चा इसके लिए जिम्मेदार है.’
गांधी ने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार की ओर से दी गई आर्थिक मदद का पश्चिम बंगाल ने दुरुपयोग किया और यही कारण है कि राज्य पिछड़ा रहा. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि 34 वर्षों के वाम मोर्चा के शासन काल के दौरान पश्चिम बंगाल पर दो लाख करोड़ रुपए तक का कर्ज चढ़ गया और यह दिवालिया राज्य में शुमार हो गया.’
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वाम मोर्चा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति काफी खराब है और आम आदमी यहां अपने को असुरक्षित महसूस कर रहा है. उन्होंने कहा, ‘राज्य सरकार ने पिछले 34 वर्षों में जनता को खोखले वादे देकर ठगने का काम किया है. अब आगे इस सरकार पर भरोसा नहीं किया जा सकता और इसके लिए वाम मोर्चा को सबक देने की जरूरत है.’
गांधी ने अपने संबोधन में लोगों से कांग्रेस-तृणमूल कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवारों को जीताने की अपील की. इससे पूर्व गांधी ने बीरभूम जिले के नलहटी में केन्द्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित किया.
अपने संबोधन में गांधी ने लोगों को आश्वस्त किया कि पिछले 34 वर्षों से खराब हो चुके राज्य के हालात को कांग्रेस-तृणमूल कांग्रेस गठबंधन फिर से पटरी पर लाएगा. गांधी ने वाम मोर्चा सरकार पर गरीबों के प्रति उदासीनता का रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार ने गरीबी रेखा से नीचे के लोगों को अभी तक बीपीएल कार्ड तक मुहैया नहीं कराया. गांधी ने वाम सरकार पर किसानों के प्रति बेरूखी का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में महिलाओं के प्रति हिंसा में बढ़ोत्तरी हुई है.