भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और महासचिव राहुल गांधी पर चुटकी लेते हुए कहा कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव प्रचार में इनमें से किसी ने अपने दिमाग का इस्तेमाल नहीं किया.
केरल विधानसभा चुनाव प्रचार कर लौटी विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा, कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ के प्रचार में उतरी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी केरल में अपने भाषणों में पार्टी की कट्टर प्रतिद्वन्द्वी माकपा के नेतृत्व वाले एलडीएफ के पक्ष में बार-बार वोट देने का आग्रह करती सुनी गईं.
सुषमा ने कहा कि हो सकता है, भाषण की प्रति में टाईप की गलती के कारण यूडीएफ की जगह एलडीएफ लिख दिया गया हो. ‘लेकिन सोनिया गांधी को खुद अपना दिमाग तो लगाना चाहिए था. उन्होंने अपने भाषण में एक बार नहीं बार बार एलडीएफ के लिए वोट मांगा. इससे लगता है कि उन्होंने अपना दिमाग नहीं लगाया.’
विपक्ष की नेता ने कहा, इसी तरह सोनिया के पुत्र और कांग्रेस महासचिव ने भी चुनाव प्रचार में अपना दिमाग नहीं लगाया. उन्होंने केरल के मुख्यमंत्री वी एस अच्युतानंदन की उम्र का उल्लेख करके मतदाताओं को यह संदेश दिया कि इतने उम्रदराज नेतृत्व को सत्ता में नहीं लौटाया जाए. सुषमा ने कहा कि लेकिन ऐसा कहते हुए राहुल यह भूल गए कि तमिलनाडु में भी उतनी ही उम्र का मुख्यमंत्री है जिसके समर्थन में वह प्रचार कर रहे हैं.
अच्युतानंदन के पलटवार में राहुल को ‘अमूल बेबी’ बताए जाने के बारे में प्रतिक्रिया जानने पर 59 वर्षीय भाजपा नेत्री ने हंसते हुए कहा, ‘मैं इस बारे में कुछ नहीं कहूंगी, क्योंकि मैं तो 25 साल की उम्र में मंत्री बन गई थी.’ सुषमा 1977 में देवीलाल के नेतृत्व में हरियाणा में बनी जनता पार्टी की सरकार में श्रम एवं रोजगार मंत्री थीं.