असम विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में सोमवार को हो रहे मतदान के दौरान मतदाता मतदान केंद्रों के बाहर रंग-बिरंगे आकषर्क परिधानों में नजर आ रहे हैं, जबकि लगभग सभी 64 विधानसभा सीटों पर मतदाताओं की टेढ़ी-मेढ़ी कतारें देखी गईं.
एक बुजुर्ग को उसका बेटा लेकर आया था, तो एक 90 वर्षीय महिला लाठी के सहारे आई थी. इनके अलावा भी बड़ी संख्या में मतदाता सुबह 7 बजे मतदान शुरू होने से पहले ही मतदान केंद्र पहुंच गये.
दिसपुर और गुवाहाटी (पूर्व) के कई मतदान केंद्रों पर पाया गया कि लोग इस इलाके में बेहद लोकप्रिय त्योहार बिहू को देखते हुए रंग-बिरंगे परिधानों में सजे हुए हैं और जश्न के मूड में हैं.
कॉलेज में पढ़ने वाली और पहली बार वोट देने आई देबहोती सरमा (18) ने कहा, ‘‘हां, मेरे लिये यह एक तरह से बिहू से पहले का जश्न है. यह (मतदान) हमारे लिये एक उत्सव से कम नहीं है.’’
{mospagebreak}पसंदीदा उम्मीदवार के बारे में पूछे जाने पर सरमा ने कहा कि वह राज्य में चल रही विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिये प्रतिबद्ध उम्मीदवार को वोट देंगी. आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक संघर्ष की कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान काफी हद तक शांतिपूर्ण रहा है, जबकि मतदान केंद्रो पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है.
राज्य के दो बार मुख्यमंत्री रहे प्रफुल्ल कुमार महन्त और उनकी पत्नी डॉक्टर जयश्री गोस्वामी ने मध्य असम के बहरामपुर विधानसभा सीट के गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल में बने मतदान केंद्र पर वोट दिया.
महन्त इस बार बहरामपुर और समुगुरी विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं. समुगुरी में उनके विरोधी और वरिष्ठ मंत्री रकीबुल हुसैन ने अमोनी प्राइमरी स्कूल में मतदान किया.
हुसैन के नजदीकी मित्र और वरिष्ठ मंत्री हिमंत विस्वा शर्मा तथा उनकी पत्नी रिंकी भुइयां शर्मा को जलुकबारी विधानसभा सीट पर लाइन में लगकर मतदान करते देखा गया.