बुधवार को दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में चुनाव विशेषज्ञ, समाजशास्त्री और आम आदमी पार्टी के नेता योगेंद्र यादव मीडिया के सामने थे. योगेंद्र के बगलगीर थे AAP के मुखिया अरविंद केजरीवाल. मौका था आप के चुनावी घोषणा पत्र के ऐलान का. इस दौरान हमेशा बेहद संयत रहने वाले और शालीन भाषा का इस्तेमाल करने वाले योगेंद्र यादव लोकपाल के मुद्दे पर कुछ ऐसे आवेश में आए कि इस मसले पर संसद में हुई बहस को उन्होंने नौटंकी करार दिया.
योगेंद्र आम आदमी पार्टी के घोषणा पत्र पर बात कर रहे थे और इस दौरान उन्होंने जिक्र किया जनलोकपाल बिल का. वह बोले कि ‘सबसे पहले हम दिल्ली को भ्रष्टाचार से छुटकारा दिलाइएंगे. इसके लिए 29 दिसंबर को, उसी दिन, जिस दिन एक साल पहले राज्यसभा में नौटंकी हुई थी, लोकपाल बिल को खत्म करने की साजिश हुई थी. उस दिन हम दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर दिल्ली जनलोकपाल बिल पारित करेंगे. सीएम से लेकर सब जनप्रतिनिधि और अधिकारी इसके दायरे में आएंगे. सबको संपत्ति की घोषणा करनी होगी. नहीं घोषित की, तो संपत्ति जब्त होगी.’
इसके अलावा एक बार और योगेंद्र नौटंकी पर बोले. इस पर बात हो रही थी नागरिकों की सरकारी योजनाओं में हिस्सेदारी पर. आम आदमी पार्टी ने मोहल्ला समिति बनाने का ऐलान किया है और इसी पर बात करते हुए योगेंद्र बोले कि अब तक दिल्ली सरकार भागीदारी की झूठी नौटंकी कहती थी, हमारी पार्टी ऐसा नहीं करेगी.