वाराणसी में प्रचार पर निकले आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला करने का आरोप लगाया है. इस बीच जीत हासिल करने के लिये अरविंद केजरीवाल सारे हथकंडे अपना रहे हैं.
काशी में अरविंद केजरीवाल जीत की तैयारी में हैं. उनके साथी भी उनकी जीत की जमीन तैयार करने में लगे हैं. सोमवार रात को केजरीवाल का एक जत्था भेलुपुर इलाके में प्रचार कर रहा था. आप कार्यकर्ताओं के मुताबिक इस प्रचार के आड़े भाजपाई आ गए और कहा सुनी मारपीट में बदल गई. मामला भेलुपुर थाने पहुंचा.
आप के कार्यकर्ता अंकित लाल ने बताया कि मारपीट करने वाले लोग देखने से भाजपाई लग रहे थे. उन्होंने बहस शुरू कर दी और कहने लगे, 'भगोड़े को डिफेंड कर रहे हो, बहस करते हैं. वो लोग रीग्रुप हुए और मारपीट शुरू कर दी. मारपीट में मेरे कान का पर्दा फट गया.'
साफ-साफ सब कुछ सुन रहे इन साहब के कान का पर्दा फटा तो इनकी नाक टूटी है. दावा है कि इनकी हाजिरी से मोदी ब्रिगेड घबराने लगी है.
मारपीट में घायल हुए नंदन मिश्रा ने कहा कि ये बात नहीं करना चाहते मार पीट करते हैं. ये हमसे डरने लगे हैं. हम डरते नहीं.
केजरीवाल की ब्रिगेड जीत का रास्ता बनाने में धक्का मुक्की की शिकार हैऔर केजरीवाल जीत के लिए मजारों पर पहुंच गए हैं बनारस के मुस्लिमों को रिझाने के लिए अरविंद उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की मजार पर पहुंचे. लेकिन लोग कहते हैं कि इससे फायदा नहीं होगा.
राजनीति की यही रिवायत है. जीत की भूख दिमाग पर हावी हो जाती है. यही वजह है कि आंदोलन की कोख से निकली एक पार्टी की विचारधारा पर तुष्टिकरण के प्रतीक हावी हो चले हैं.