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अरविंद केजरीवाल और पार्टी से नाराज चल रहे हैं राजस्‍थान के उम्‍मीदवार

दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली सफलता को आम आदमी पार्टी लोकसभा चुनाव में भी भुनाना चाह रही है, लेकिन बीते कुछ दिनों से पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं है. प्रत्‍याशियों की ओर से टिकट लौटाने के साथ ही कई अन्‍य मुद्दों पर कार्यकर्ताओं की नाराजगी जगजाहिर है. नाराज चल रहे लोगों की सूची में अब राजस्‍थान के उम्‍मीदवारों का नाम भी जुड़ गया है.

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अरविंद केजरीवाल की फाइल फोटो
अरविंद केजरीवाल की फाइल फोटो

दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली सफलता को आम आदमी पार्टी लोकसभा चुनाव में भी भुनाना चाह रही है, लेकिन बीते कुछ दिनों से पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं है. प्रत्‍याशियों की ओर से टिकट लौटाने के साथ ही कई अन्‍य मुद्दों पर कार्यकर्ताओं की नाराजगी जगजाहिर है. वहीं, नाराज चल रहे लोगों की सूची में अब राजस्‍थान के उम्‍मीदवारों का नाम भी जुड़ गया है. खबर है कि प्रदेश में पार्टी के कई बड़े नेता अरविंद केजरीवाल व अन्‍य नेताओं से निराश चल रहे हैं.

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राजस्‍थान में 'आप' ने सभी 25 लोकसभा सीटों के लिए उम्‍मीदवार उतारे हैं, लेकिन इनमें से तीन अब तक मैदान छोड़ चुके हैं, वहीं जो बाकी बचे हैं वो भी पार्टी के बड़े नेतआओं के रुख से निराश हैं. प्रदेश के नेताओं का कहना है कि राजस्थान में अब तक अरविंद केजरीवाल समेत कोई भी बड़ा नेता उनके समर्थन में प्रचार करने नहीं आया है.

जयपुर से पार्टी के लोकसभा उम्मीदवार डॉ. वीरेन्द्र सिंह राज्य के सबसे बड़े सवाई मान सिंह अस्पताल के अधिक्षक पद से वीआरएस लेकर 'आप' के टिकट पर मैदान में हैं. लेकिन पार्टी के बड़े नेतओं का समर्थन नहीं मिलने से निराश हैं. कड़ी धूप में 'आप' कार्यकर्ताओं के सहारे चुनाव प्रचार कर रहे वीरेन्द्र का चुनाव प्रचार बड़े नेताओं के नहीं आने की वजह से जोर नहीं पकड़ रहा.

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वीरेन्द्र सिंह कहते हैं, 'अगर केजरीवाल नहीं आए तो सिचुएशन थोड़ी मुश्किल होगी. यहां हर कोई चाहता है वह अरविंद केजरीवाल की एक झलक पाए. वो क्रांतिकारी हैं. उनकी क्रांति से ही प्रेरणा पाकर हमने नौकरी छोड़ी. केजरीवाल आएंगे तो इस सीट को हम अच्छी मारजीन से जीतेंगे.'

गौरतलब है कि प्रदेश में 25 में से तीन लोकसभा क्षेत्र जालोर, बारां-झालावाड़, और अजमेर से 'आप' प्रत्‍याशी अब तक मैदान छोड़ चुके हैं. बारां-झावावाड़ में पार्टी उम्‍मीदवार ने यह कहते हुए चुनाव लड़ने से मना कर दिया कि टिकट मिलने में देर हुई, जबकि अजमेर के प्रत्‍याशी ने आखिरी समय में नाम वापस ले लिया.

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