लोक सभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को पंजाब से बढ़िया परिणाम देखने को मिल सकते हैं. एक आर्थिक समाचार पत्र के अनुसार 30 अप्रैल को पंजाब में हुए चुनाव में शिरोमणि अकाली दल को जबर्दस्त झटका लग सकता है.
अखबार ने इंटेलिजेंस ब्यूरो और पंजाब पुलिस के सूत्रों के हवाले से बताया कि आम आदमी पार्टी वहां सत्तारूढ़ अकाली दल और कांग्रेस दोनों के वोटों में सेंध लगा रही है. इसका फायदा उसे सीटों के रूप में मिल सकता है.
अखबार ने उनके हवाले से लिखा है कि आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार भगवंत मान और प्रोफेसर साधु सिंह संगरूर और फरीदकोट से जीत सकते हैं. इंटेलिजेंस ब्यूरो की यह रिपोर्ट सरकार को भेज सकती है. पुलिस भी अपनी रिपोर्ट देने वाली है.
अंदाजा है कि पटियाला और गुरदासपुर में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों को भी काफी वोट मिले हैं और इस वजह से इन दोनों क्षेत्रों से अप्रत्याशित परिणाम मिल सकते हैं. पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर पटियाला से कांग्रेस उम्मीदवार हैं और उनके मुकाबले में अकाली दल के डीएस ढिल्लों खड़े हैं जो कभी उनके ही साथ थे. लेकिन यहां आप उम्मीदवार धर्मवीर गांधी मजबूती से खड़े हैं. उनके कारण ही यह त्रिकोणीय संघर्ष हो गया है.
इसी तहर गुरदासपुर में पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा बीजेपी के विनोद खन्ना के खिलाफ खड़े हैं लेकिन आम आदमी पार्टी के सूचे सिंह छोटेपुर ने उन दोनों को कड़ी टक्कर दी है. इससे मुकाबला बहुत अनिश्चित सा हो गया है. यहां कौन जीतेगा, यह कहना कठिन है.
इंटेलिजेंस ब्यूरो के अफसरों का मानना है कि इस चुनाव में पंजाब में आम आदमी पार्टी किसे ज्यादा चोट पहुंचाएगी, यह कहना कठिन है. लेकिन यह तय है कि इस पार्टी ने अकाली और कांग्रेस दोनों के वोट काटे हैं.
यहां पर सबसे प्रतिष्ठित मुकाबला अरुण जेटली और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच है. अमृतसर में इस मुकाबले में अमरिंदर सिंह अरुण जेटली से भारी पड़ते दिख रहे हैं. गुप्तचर सूत्रों का यह भी मानना है कि अकाली-बीजेपी गठजोड़ को पंजाब की 13 सीटों में से पांच सीटें तक आ सकती हैं.