रायबरेली में अपनी मां सोनिया गांधी के पक्ष में प्रचार करने के बाद प्रियंका गांधी ने अमेठी में भाई राहुल गांधी की जीत का मिशन संभाल लिया है. प्रियंका ने शनिवार को अमेठी के जगदीशपुर में सभा की. इस दौरान प्रियंका को आम आदमी पार्टी के समर्थकों ने घेर लिया और उनसे अमेठी के खस्ताहाल सड़कों पर सवाल पूछे. प्रियंका ने बड़ी बेबाकी से उनके सवाल सुने और जवाब दिए.
आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना था कि इलाके की सड़क बेहद खराब है और राहुल गांधी का ध्यान इस ओर नहीं गया है. पहले तो प्रियंका ने गंभीरता से अपने विरोधियों की बात सुनी और फिर कहा, 'बस यही है न. काम पूरा हो जाएगा.'
इसके बाद प्रियंका ने AAP समर्थकों से हाथ मिलाने की पेशकश कर दी. उन्होंने कहा, हाथ तो मिला लो आप. इतना दुखी नहीं होते.' फिर क्या था, सभी AAP समर्थकों में प्रियंका से हाथ मिलाने की होड़ लग गई.
इतने में 'राहुल गांधी जिंदाबाद' और 'प्रियंका गांधी जिंदाबाद' के नारे लगाए जाने लगे. इस नारेबाजी में AAP समर्थक शामिल थे या नहीं यह तो साफ नहीं है, पर पूरे वाकये को देखकर ऐसा लगा कि AAP वाले प्रियंका के जवाब से खुश थे.
राजीव की तरह दूरदर्शी हैं राहुल गांधीः प्रियंका
इससे पहले प्रियंका गांधी ने अपने भाई राहुल को पिता राजीव की तरह दूरदर्शी बताया और कहा कि राहुल अपने पिता राजीव गांधी की तरह भविष्य के बारे में सोचते हैं. इसीलिए विरोधी उनका मजाक उड़ाते हैं जैसे राजीव जी के साथ करते थे.
प्रियंका गांधी ने कहा, 'राजीव जी के दिल में जो आपके लिए प्रेम था वो मुझे अच्छी तरह से याद है. आपके दिल में भी उनके लिए कितना प्यार है ये भी मुझे अच्छी तरह से मालूम है. मेरे पिता एक नेक इंसान थे. मधुरभाषी थे. उन्होंने इस क्षेत्र के लिए सबकुछ प्रेम की भावना से किया. उनकी सबसे बड़ी खासियत यह थी कि वह दूरदर्शी थे. वह आपका विकास सिर्फ क्षेत्र के बारे में सोचकर नहीं करते थे. चाहे कारखाने हों या फिर एयरपोर्ट, उन्होंने ये काम भविष्य के बारे में सोचकर किए.'