इस साल होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) तेजी से आगे बढ़ रही है और वह कांग्रेस और बीजेपी दोनों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है. एक चैनल के सर्वे ने इस बात का दावा किया है.
सर्वे के मुताबिक दिल्ली विधानसभा चुनावों में आप 18 सीटों पर कब्जा जमा सकती है. वहीं, बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर सकती है और उसे 70 सदस्यीय विधानसभा में 28 सीटें और 34 फीसदी वोट मिल सकते हैं, जबकि कांग्रेस को 22 सीटें मिलने की संभावना है. आपको बता दें कि अगस्त में हुए सर्वे में केजरीवाल की पार्टी को केवल 8 सीटें मिल रही थीं और दो महीने से भी कम समय में उन्हें 10 सीटों का फायदा हो रहा है. साफ है कि आप तेजी से आगे बढ़ रही है.
सर्वे के नतीजों में बताया गया है कि अरविंद केजरीवाल की पार्टी को 4 दिसंबर को होने वाले चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के हिस्से के 15 फीसदी वोट मिल सकते हैं, जबकि दिल्ली चुनावों में दूसरी पार्टियों और अन्य निर्दलीय उम्मीदवारों को केवल 2 ही सीटें हासिल होंगी.
सर्वे के मुताबिक, दिल्ली के 32 फीसदी वोटर अरविंद केजरीवाल को बतौर सीएम देखना चाहते है. वहीं, अगस्त में हुए सर्वे में 22 फीसदी लोग शीला दीक्षित को सीएम बनाना चाहते थे, जबकि अक्टूबर में यह आंकड़ा बढ़कर 27 फीसदी हो गया है. यानी कि अब 27 फीसदी मतदाता शीला को सीएम बनते हुए देखना चाहते हैं.
सर्वे में जब लोगों से यह पूछा गया कि दिल्ली शीला दीक्षित को एक और मौका मिलना चाहिए तो 65 फीसदी लोगों ने 'ना' कहा वहीं, करीब 33 फीसदी लोगों ने उन्हें एक और मौका देने की बात की. हालांकि दो फीसदी लोगों ने इस पर अपनी कोई राय नहीं दी.
सर्वे में कहा गया है कि पहली बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमा रहे केजरीवाल कांग्रेस के लिए घातक हो सकते हैं क्योंकि पार्टी के 21 फीसदी मतदाता आप को वोट दे सकते हैं. वहीं, बीजेपी के 32 फीसदी वोटर अपना नजरिया बदलकर केजरीवाल की आप के पक्ष में मतदान कर सकते हैं.
9 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक हुए सर्वे में करीब 4,000 मतदाताओं को शामिल किया गया. सर्वे में यह भी कहा गया है कि पार्टियों द्वारा उम्मीदवारों के नाम घोषित होने के बाद मौजूदा परिदृश्य बदल भी सकता है.