स्टिंग ऑपरेशन के चक्कर में फंसी आम आदमी पार्टी ने शुक्रवार को सफाई दी. पार्टी के नेता योगेंद्र यादव ने मीडिया को संबोधित करते हुए पार्टी का रुख साफा किया.
पढ़ें क्या कहा योगेंद्र यादव ने...
रिपोर्टर आप के उम्मीदवार के पीछे पड़ा है और उम्मीदवार हां हूं कर पिंड छुड़ाने के फेर में है. उस छोटे से 15 सेकंड के प्रकरण को निकालकर बड़ा आरोप लगा दिया गया है. दूसरा, हर चीज को संदर्भ से काटकर पेश किया जा रहा है. हमने अपने उम्मीदवार से बात की,उन्होंने बताया कि आगे पीछे की बात काटकर पेश किया जा रहा है. हमारे एक उम्मीदावर ने कहा कि अगर तुम्हारी बात सौ फीसदी सही हुई, तभी सपोर्ट करूंगा. इसे हटा दिया गया.
एक उम्मीदवार को कहा गया, कि हम हिंदू हैं, हमारी प्रॉपर्टी फंसी है. उम्मीदवार ने कहा कि हिंदू मुस्लिम कुछ नहीं होता, अगर बात सही है, तो कोई भी धर्म हो, मदद की जाएगी, इसे भई हटा दिया गया.
शाजिया इल्मी वाला टेप ध्यान से देखिए. एक महत्वपूर्ण स्टेज में उसका फ्रेम बदल दिया जाता है. यानी बीच में कुछ काट दिया गया. यही नहीं जो बोला जा रहा है और जो ट्रांसक्रिप्ट में लिखा जा रहा है, वह अलग है. शाजिया इल्मी कह रही हैं कि बीस हजार आप चेक में भई दे सकते हैं. उसके बाद रिपोर्टर कह रही हैं कि हम दस चेक में दे देंगे, बाकी कैश में देंगे. जाहिर है कि हजार में बात हो रही है, ऐसे में बहुत खतरनाक बात को निकाल दिया गया.
इन सब चीजों को देखते हुए हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि इस सीडी को इस अवस्था में सामने रखकर अपने उम्मीदवार के खिलाफ कार्रवाई करना न्यूनतम न्याय के खिलाफ होगा. हम कोई एक्शन ऐसे में नहीं लेंगे. यह सीडी शरारतपूर्रण है और राजनीतिक साजिश के तहत है और कानून, पत्रकारिता और चुनाव आयोग की संहिता के खिलाफ है. इसलिए हम तीनों चीजों पर कार्रवाई करेंगे. हमारे साथी प्रशांत भूषण क्रिमिनल डिफेमेशन का केस दाखिल करेंगे. जिन्होंने सीडी बनाई है और जो चैनल चला रहे हैं, उनके खिलाफ यह केस होगा.
चुनाव प्रचार के दौरान इस तरह की सीडी निकालकर आप के उम्मीदवारों को बदनाम करना आचार संहित के खिलाफ है. हम प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद चुनाव आयोग को ज्ञापन देंगे और आयोग से सख्त कार्रवाई की मांग करेंगे. कल जिस तरह कुछ न्यूज चैनल्स ने बिना प्रामाणिकता की जांच करे सीडी चलाई, वह पत्रकारिता के कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन है, हम इसकी भी मंत्रालय से शिकायत करेंगे.
आम आदमी पार्टी सिर्फ कानूनी बहस में नहीं उलझना चाहती, मामला रफा दफा नहीं करना चाहती. इस देश की जनता ने आम आदमी पार्टी के कुछ अलग और ज्यादा उम्मीदें लगाई हैं, इसलिए हमारी जिम्मेदारी ज्यादा बनती है. हमने एकमत से फैसला किया है कि हम चुनाव आयोग से अपील करेंगे. हमें खुशी है कि आयोग के पास यह सीडी पहुंचा दी गई है. हम आयोग से अपील करेंगे कि जल्द से जल्द इसकी जांच की जाए. हमारा अधिकार नहीं है, मगर अनुरोध करेंगे कि दो दिन के भीतर इसकी जांच पूरी कर सच सामने लाया जाए.
अगर चुनाव आयोग हमारे किसी भी उम्मीदवार के खिलाफ दोष पाता है, हालांकि चुनाव आयोग के पास लीगल पावर नहीं है, उसे अयोग्य ठहराने की. फिर भी अगर कोई दोषी पाता है, तो आम आदमी पार्टी उसे विदड्रा करेगी, उसे चुनावी दौड़ से हटाएगी. सभी प्रत्याशी ये कहने आए हैं कि वे इस फैसले से सहमत हैं. सभी नॉमिनेशन फाइल कर चुके हैं, तकनीकी तौर पर नहीं हट सकते, मगर कानून का दोषी पाए जाने पर वे अपना प्रचार बंद कर देंगे और आम आदमी पार्टी सार्वजनिक घोषणा करेगी कि ये हमारा कैंडिडेट नहीं है, कृपया इसे वोट न दें. यह देश के इतिहास में पहली बार होगा. हम ईमानदारी से चुनाव लड़ेंगे, जीतें या हारें.