नमो चाय पर हमला करते हुए असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगाई ने आज कहा कि प्रधानमंत्री पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार के नाम पर चाय की ब्रांडिंग करना विश्व प्रसिद्ध असम चाय और असम की जनता का अपमान है. गोगोई ने यहां एक प्रेस सम्मेलन में कहा, मोदी चाय विश्व प्रसिद्ध असम चाय का अपमान है. यह असम का अपमान है. यह असम की अवाम का अपमान है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि असम चाय मोदी चाय के लिए नहीं, बल्कि अपने स्वाद के लिए जानी जाती है. चुनाव प्रचार के रूप में भाजपा विभिन्न चुनावी कार्यक्रमों में नमो चाय का फायदा उठाने की कोशिश कर रही है. भाजपा के इस कदम पर उत्तर प्रदेश चुनाव आयोग ने नाराजगी जताई है. आयोग ने मतदाताओं को लुभाने के लिए पार्टी की ओर से मुफ्त चाय परोसने पर आपत्ति जताई है. उत्तर प्रदेश चुनाव आयोग ने मोदी के चाय पे चर्चा कार्यक्रम पर भी ऐतराज जताया है. गोगोई ने कहा, वह बराक घाटी को ब्रह्मपुत्र घाटी से विभाजित करने का प्रयास कर रहे हैं. लोकतंत्र में उन्हें विश्वास नहीं है. वह नफरत फैला रहे हैं.