नीतीश से मुलाकात राजनीतिक नहीं
शत्रुघ्न ने कहा कि जब तक पार्टी में हूं, पार्टी का आदेश मेरे लिए अध्यादेश है. नीतीश से मुलाकात का कारण पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि नीतीश और लालू से उनके पारिवारिक संबंध हैं. इसे राजनीतिक मुलाकात नहीं समझा जाना चाहिए. इस मुलाकात के पीछे किसी तरह का राजनीतिक कारण नहीं है.
आरके सिंह पर भी गिर सकती है गाज
इससे पहले सूत्रों के हवाले से खबर थी कि हार की गाज शत्रुघ्न और आरके सिंह पर गिर सकती है. इस पर फैसला बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में होगा. यह बैठक दोपहर बाद करीब चार बजे होने वाली है. इसमें बीजेपी के तमाम बड़े नेता शामिल होंगे. शत्रुघ्न ने नतीजों के तुरंत बाद कहा था ताली कप्तान को तो गाली भी कप्तान को .
राव ने कहा था- दोनों ने धोखा दिया
बीजेपी महासचिव पी मुरलीधर राव ने बिहार चुनाव के नतीजे आने के बाद कहा था कि शत्रुघ्न और आरके सिंह जैसे कुछ नेताओं ने धोखा दिया है. उन्होंने कहा था- 'एक तरफ पार्टी कार्यकर्ता चुनावी तैयारियों में जुटे थे तो वहीं ये लोग अपनी ही पार्टी की छवि तार-तार कर रहे थे.' चेतावनी भी दे दी थी कि 'इन्हें वक्त के फैसले का सामना करना होगा.'
पार्टी विरोधी बयान देते रहे हैं दोनों
शत्रुघ्न और आरके सिंह लगातार पार्टी विरोधी बयान देते रहे हैं. आरके सिंह ने तो चुनाव के दौरान ही आरोप लगाया था कि बीजेपी से गठबंधन करने वाली एलजेपी ने पैसे लेकर टिकट दिए हैं. एनडीए अपराधियों को टिकट बांट रही है. वहीं शत्रुघ्न पूरे चुनाव के दौरान पार्टी से खफा-खफा रहे और पीएम मोदी पर भी निशाना साधते रहे हैं. उन्होंने ट्वीट भी किया कि इन नतीजों से सबक सीखा होगा.
Lessons learnt...hopefully. Time to forgive, forget & work towards a better future with passion, dedication, teamwork, humility, commitment.
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) November 9, 2015
बैठक से पहले बैठकों का दौर जारी