मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने हैट्रिक बना ली है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लगातार तीसरी बार यहां से बीजेपी को जीत दिलवाई है. इस चुनाव में खुद मुख्यमंत्री दो सीटों से चुनाव लड़ रहे थे और उन्होंने दोनों ही सीटें अपने नाम कर लिया है. जीत के बाद शिवराज ने कहा कि 2014 के चुनावों में बीजेपी को सबसे ज्यादा सीटें मध्य प्रदेश से ही मिलेगी. 230 सदस्यीय विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह प्रेस के सामने आए और उन्होंने जीत के लिए प्रदेश की जनता और बीजेपी की विचारधारा को श्रेय दिया.
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'मैं फिर यह संकल्प व्यक्त करता हूं कि एमपी के प्रदेश, विकास और प्राणों से प्यारी जनता की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. खुद को झोंक कर काम करेंगे. प्रदेश की जनता की जीत, बीजेपी के विचारधारा की जीत है. यह संगठन की जीत है. सरकार ने जनता के लिए जो बेहतर काम किए हैं यह जीत उसी का परिणाम है.'
उन्होंने इस जीत की बधाई देते हुए कहा, 'मैं नरेंद्र सिंह तोमर, प्रभात झा, विक्रम वर्मा, सुमित्रा महाजन, मोघे जी, थावरचंद गहलोत, जटिया के साथ हमारे प्रभारी अनंत कुमार को बधाई देता हूं. मैं माननीय अनंत कुमार को लकी प्रभारी मानता हूं.'
शिवराज ने कह, 'केंद्रीय नेतृत्व ने लगातार हमारा मार्गदर्शन किया. आडवाणी जी, नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, नायडू, रामलाल, प्रभात जी, उमा भारती सबने हमें मध्य प्रदेश में शह दिया. कैंपेन में हिस्सा लिया. जनता का मन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका रही.'
उन्होंने कहा, 'मैं नतमस्तक हूं बीजेपी के लाखों लाख कार्यकर्ताओं के सामने. हम तो मंदिर के कलश हैं, जो सबको दिखते हैं. लेकिन पोलिंग बूथ में बैठने वाला, गांव में काम करने वाला कार्यकर्ता, जिसे आगे नाम की चाह भी नहीं होती, उन कार्यकर्ताओं ने खुद को झोंककर मेहनत की. उनकी जीत हैं. मुझे संतोष है कि आगे बढ़ा रहा है.'
शिवराज ने यह दावा किया कि 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में बीजेपी सरकार बनाने के लिए वो मध्य प्रदेश से सबसे ज्यादा सीटें देंगे. उन्होंने कहा, '2014 में मोदी जी के नेतृत्व में चुनाव लड़ना है. मैं कहना चाहता हूं कि दिल्ली की दावेदारी के लिए बीजेपी को सबसे ज्यादा सीटें मध्य प्रदेश से देंगे. मेरी जगह कोई कार्यकर्ता भी होता तो बीजेपी जीतती. शिवराज सामान्य कार्यकर्ता है.
चमत्कार संगठन का, कार्यकर्ता का, विचार का है. शासक के नाते नहीं, मध्य प्रदेश की जनता के सेवक के नाते पूरी कोशिश करूंगा कि जो विश्वास किया है. उस पर खरा उतरा हूं. मीडिया के मित्रों को बिना औपचारिकता के सचमुच का धन्यवाद.'