बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने भी चुनाव आयोग को आंखें दिखानी शुरू कर दी हैं. आयोग पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए मुलायम ने चुनौती दी कि अगर उसमें दम है तो मुसलमानों के पक्ष में बोलने के लिए वह आजम की तरह उन पर भी प्रतिबंध लगाकर दिखाए.
सपा मुखिया ने उत्तर प्रदेश के बलिया में पार्टी उम्मीदवार नीरज शेखर के समर्थन में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आयोग ने भड़काऊ भाषण देने के आरोप में बीजेपी के अमित शाह और सपा के आजम खां पर एक साथ प्रतिबंध लगाया था. मगर उसने शाह पर लगा प्रतिबंध हटा दिया और आजम पर प्रतिबंध नहीं हटाया.
आयोग पर पक्षपातपूर्ण रूख अपनाने का आरोप लगाते हुए मुलायम ने चुनौती के स्वर में कहा कि आजम ने मुसलमानों के पक्ष में भाषण दिया था, जिसकी वजह से आयोग ने उन पर प्रतिबंध लगा दिया. उन्होंने कहा, 'मैं भी रोज मुसलमानों के पक्ष में बोल रहा हूं. चुनाव आयोग में दम है तो वह मुझ पर भी प्रतिबंध लगाए.'
इससे पहले बीजेपी के नरेंद्र मोदी ने आज ही यहां से कुछ 125 किलोमीटर दूर आजमगढ में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए आयोग की भूमिका पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया था कि पिछले तीन चरणों के मतदान के दौरान आयोग ने अपना काम ठीक तरीके से नहीं किया.