वाराणसी में नरेंद्र मोदी को रैली की इजाजत न मिलने से बीजेपी बिफर गई है. गुरुवार को इस मामले पर बड़ा हंगामा होने जा रहा है. बीजेपी नेता अरुण जेटली और अमित शाह वाराणसी में बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के बाहर लंका गेट पर सुबह 11 बजे से धरना देंगे. यही नहीं दिल्ली में भी चुनाव आयोग के सामने धरना प्रदर्शन होगा, जिसमें हर्षवर्धन, मुख्तार अब्बास नकवी और वीके मल्होत्रा जैसे बड़े नेता शामिल होंगे. जेटली और अमित शाह के साथ बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह और सुधांशु मित्तल भी धरने में शामिल हो सकते हैं.
कल वाराणसी जाएंगे मोदी
वरिष्ठ बीजेपी नेता अरुण जेटली ने वाराणसी में प्रेस कांफ्रेंस करके चुनाव अधिकारियों की निष्पक्षता पर सवाल उठाए. उन्होंने तुरंत रिटर्निंग अफसर को बदलने की मांग भी की. गौरतलब है कि बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी गुरुवार को वाराणसी दौरे पर जा रहे हैं. लेकिन चुनाव अधिकारियों ने मोदी को रैली और गंगा आरती की इजाजत नहीं दी है, जिससे बीजेपी नेता गुस्से में हैं. जेटली ने कहा कि वाराणसी में मोदी को प्रचार करने से रोका जा रहा है और उन्हें सिर्फ ग्रामीण इलाकों में ही प्रचार की इजाजत दी जा रही है.
वोटिंग फीसद घटाना चाहते हैं अधिकारी: BJP
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमित शाह के साथ बैठे जेटली ने आरोप लगाया कि वाराणसी में घर-घर जाकर वोटर पर्चियां नहीं बांटी गई हैं और जब बीजेपी कार्यकर्ताओं ने ऐसा करने की कोशिश की तो उन्हें हिरासत में ले लिया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव अधिकारी जान-बूझकर मतदान का प्रतिशत कम करना चाहते हैं.
जेटली ने कहा, नरेंद्र मोदी की रैली और गंगा आरती को रोकने के लिए चुनाव अधिकारी तरह-तरह के बहाने बना रहे हैं. उन्होंने बताया कि चुनाव अधिकारियों का कहना है कि मोदी की सुरक्षा को खतरा है, जिस कारण उन्हें बेनियाबाग में रैली की इजाजत नहीं दी गई, लेकिन बाद में उन्होंने छोटे मैदान में रैली करने को कहा. उन्होंने सवाल उठाया कि अगर बड़े मैदान में सुरक्षा को खतरा है तो क्या छोटे मैदान में नहीं होगा. जेटली ने कहा कि आईबी से किसी भी तरह के खतरे की रिपोर्ट नहीं है.