चुनाव प्रचार के दौरान तय सीमा से ज्यादा खर्च के मामले में AAP लीडर अरविंद केजरीवाल की उम्मीदवारी रद्द होने का खतरा पैदा हो गया है. चुनाव आयोग ने केजरीवाल से दिल्ली के जंतर-मंतर पर हुए म्यूजिकल शो के खर्च का हिसाब मांगा है. दूसरी ओर, मनीष सिसोदिया ने इस मामले को राजनीतिक साजिश करार दिया है.
दिल्ली चुनाव आयोग ने AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. केजरीवाल द्वारा दिखाए गए चुनावी खर्च और चुनाव अधिकारियों के रजिस्टर में दर्ज खर्च में अंतर पाए जाने को लेकर नोटिस जारी किया गया है.
चुनाव आयोग के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, ‘संबंधित पीठासीन अधिकारी ने केजरीवाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया, जिसमें कहा गया है कि जंतर-मंतर पर हुए संगीत कार्यक्रम में जो उन्होंने खर्च दिखाए हैं, वे दिल्ली चुनाव आयोग द्वारा अपने रजिस्टर में दर्ज खर्च से मेल नहीं खाते हैं.’ चुनाव आयोग के अधिकारी के मुताबिक, केजरीवाल ने उम्मीदवार के खाते में तीन लाख रुपये का खर्च दिखाया है, जबकि चुनाव आयोग के रजिस्टर में यह आंकड़ा 16 लाख रुपये का है.
नोटिस के मुताबिक केजरीवाल से शनिवार को ही जवाब मांगा गया था, लेकिन उन्होंने कुछ दिनों की मोहलत मांगी है, क्योंकि वे शहर से बाहर हैं. उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में उनसे जवाब मांगा गया है.
AAP नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि केजरीवाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. उन्होंने कहा कि यह आरोप उचित नहीं है. सिसोदिया ने कहा, ‘जंतर-मंतर पर संगीत कार्यक्रम पार्टी की तरफ से आयोजित कराया गया था और इसका खर्च पार्टी के खाते में जोड़ा जाना चाहिए, न कि उम्मीदवार (केजरीवाल) के खाते में.’