साल 2014 के लोकसभा चुनाव के पूर्व सेमीफाइनल माने जा रहे पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के परिणाम रविवार को आने शुरू हो गए. दोपहर तक के परिणामों से स्पष्ट हो गया कि बीजेपी मध्य प्रदेश में सत्ता में फिर वापसी कर रही है और उसने राजस्थान से कांग्रेस को बाहर कर दिया है. दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) की शानदार शुरुआत हुई है और सत्तारूढ़ कांग्रेस तीसरे नंबर पर चली गई. छत्तीसगढ़ में शुरुआत में कांटे की टक्कर के बाद कांग्रेस को पछाड़ते हुए बीजेपी ने बढ़त बना ली. मिजोरम में भी विधानसभा चुनाव हुए हैं, जिनके लिए मतगणना 9 दिसंबर को होगी. LIVE अपडेट के लिए क्लिक करें
केजरीवाल के झाड़ू से दिल्ली में शीला और कांग्रेस का सफाया
दिल्ली में सभी 70 सीटों के रुझान आ गए हैं, जिनके मुताबिक दिल्ली में कांग्रेस 08, बीजेपी 33 और AAP 27 सीटों पर आगे चल रही हैं. इस बार सबसे दिलचस्प मुकाबला दिल्ली में है, जहां अरविंद केजरीवाल की AAP ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चुनाव लड़कर राष्ट्रीय राजधानी के मुकाबले को पहली बार त्रिकोणीय बना दिया है.
दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों पर हुए चुनाव में बीजेपी सबसे बड़े दल के रूप में सामने आई, लेकिन बहुमत से दूर रह गई नजर आती है. पहली बार चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी AAP ने शानदार प्रदर्शन किया है.
कांग्रेस के लिए शर्मनाक यह भी है कि उसकी 15 साल से सीएम शीला दीक्षित बहुत बुरी तरह से चुनाव हार गईं हैं. AAP के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने शीला दीक्षित को नई दिल्ली सीट पर 25864 वोटों से हराया. शीला दीक्षित ने तो हार स्वीकारते हुए अपना इस्तीफा उपराज्यपाल नजीब जंग को भेज दिया है. हार स्वीकारने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में शीला दीक्षित काफी खीजी हुईं नजर आईं. एक पत्रकार ने जब उनसे पूछा कि क्या आप जनता का मूड नहीं समझ पाईं तो उन्होंने कहा, 'बेवकूफ हैं ना'.
जैसे ही अरविंद केजरीवाल को विजयी घोषित किया गया AAP समर्थकों में जश्न का माहौल छा गया. भारी समर्थकों और फूल वर्षा के बीच केजरीवाल ने जनता को इस जीत का श्रेय दिया. उन्होंने कहा, 'यह मेरी नहीं, नई दिल्ली विधानसभा की जीत है. देश जीतेगा, लोग जीतेंगे, जनतंत्र जीतेगा, भारत जीतेगा.'
एक और चर्चित चौंकाऊ नतीजा रहा अंबेडकर नगर का, जहां चौधरी प्रेम सिंह चुनाव हार गए हैं. कांग्रेस के प्रेम सिंह 1958 के बाद पहली बार चुनाव हारे हैं. महरौली सीट पर दिवंगत बीजेपी नेता और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा चुनाव जीत गए हैं. उन्होंने विधानसभा स्पीकर योगानंद शास्त्री को हराया.
एक और चर्चित सीट ग्रेटर कैलाश से बीजेपी के पिछले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री कैंडिडेट वीके मल्होत्रा के बेटे अजय मल्होत्रा AAP के सौरभ भारद्वाज से चुनाव हार गए हैं. साउथ दिल्ली के देवली से AAP के प्रकाश ने भारी मतों से जीत दर्ज की है. AAP के ही राजेश गर्ग रोहिणी सीट जीत गए हैं. पटपड़गंज सीट से आम आदमी पार्टी के मनीष सिसौदिया चुनाव जीत गए हैं.
अंबेडकरनगर सीट पर AAP के अशोक कुमार ने बीजेपी प्रत्याशी खुशीराम चुनर को 12,000 ज्यादा मतों के अंतर से पराजित किया. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और दिल्ली विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष प्रेम सिंह तीसरे स्थान पर रहे. AAP के प्रकाश ने देवली सीट पर बीजेपी के गगन राणा को पराजित किया. निवर्तमान विधायक अरविंदर सिंह तीसरे स्थान पर रहे.
मोतीनगर विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी के मौजूदा विधायक सुभाष सचदेव ने आप के कुलदीप सिंह चन्ना को 16,000 से अधिक मतों से हराया. बीजेपी प्रत्याशी हरमीत सिंह ने कालकाजी सीट पर AAP के उम्मीदवार धर्मवीर सिंह को करीब 2,000 मतों से हराया. AAP उम्मीदवार शाजिया इल्मी आरके पुरम सीट से 340 वोटों से चुनाव हार गईं हैं.
दिल्ली सरकार के निवर्तमान मंत्री अरविंदर सिंह लवली गांधीनगर विधानसभा सीट पर चुनाव जीत गए हैं. लवली ने बीजेपी के रमेश चंद्र जैन के खिलाफ करीब 16000 मतों के अंतर से जीत दर्ज की. कांग्रेस के प्रह्लाद सिंह साहनी ने चांदनी चौक सीट से बीजेपी प्रत्याशी सुमन कुमार गुप्ता को 8,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया.
राजस्थान में वसुंधरा राजे का बजा डंका
राजस्थान में कांग्रेस सत्ता से बेदखल होती दिख रही है. सभी 199 सीटों पर आए रुझानों के मुताबिक यहां कांग्रेस 23, बीजेपी 161 और अन्य 15 पर आगे चल रहे हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरदारपुरा सीट जीत गए हैं. वहीं, मुख्यमंत्री पद की दावेदार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वसुंधरा राजे झालरापाटन सीट जीत गईं हैं.
बीकानेर पूर्व राजघराने की सदस्य विधायक सिद्धी कुमार बीकानेर पूर्व से चुनाव जीत गई हैं. उन्होंने कांग्रेस के गोपाल गहलोत को 31,677 मतों से पराजित किया है. बीकानेर जिले की लूणकरणसर सीट से बीजेपी के बागी उम्मीदवार माणिक चंद सुराणा चुनाव जीत गए हैं. उन्होंने बीजेपी के सुमित गोदारा को 4,817 मतों से पराजित किया.
राजस्थान की पिंडवाड़ा सीट से बीजेपी के समा राम चुनाव जीत गए हैं. उन्होंने कांग्रेस की गंगाबेन को 30,855 मतों से पराजित किया है. सादुर्लशहर से बीजेपी के गुरुजंट सिंह चुनाव जीत गये हैं. सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के जगदीश चद्र जांगिड को 5,000 से ज्यायदा मतों से पराजित किया है.
बीजेपी उम्मीदवार जगसी राम राजस्थान के सिरोही जिले की रेवदर (सुरक्षित) विधानसभा सीटे से जीते. उन्होंने कांग्रेस के अपने निकटतम प्रतिद्वंदी लखमा राम को 32 हजार 244 मतों के अंतर से हराया. अनूपगढ़ सुरक्षित सीट से बीजेपी की शिमला बाबरी ने विजय हासिल की. उन्होंने कांग्रेस की शिमला देवी को 11,146 मतों से हराया.
जोधपुर सूरसागर सीट से बीजेपी की सूर्यकांता व्यास चुनाव जीत गई हैं. मौजूदा विधायक सूर्य कांता व्यास ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के जैफू खान को 19,461 मतों से पराजित किया है.
राजस्थान के राजस्व मंत्री हेमा राम गुढामलानी सीट से चुनाव हार गए हैं. बीजेपी के लादू राम चुनाव जीत गए हैं. लादू राम ने राजस्व मंत्री हेमा राम को 33155 मतों से पराजित किया है.
राजस्थान के नगरीय विकास मंत्री शान्ति धारीवाल चुनाव हार गए हैं. कोटा उत्तर से धारीवाल को बीजेपी के प्रहलाद गुंजल ने 14861 मतों से पराजित किया है. अजमेर उत्तर से बीजेपी के वासुदेव देवनानी चुनाव जीत गए हैं. देवनानी ने कांग्रेस के डा. गोपाल बाहेती को 20479 मतों से पराजित किया है.
बीजेपी उम्मीदवार बाबू राम जाट भीलवाड़ा जिले की शारदा सीट से चुनाव जीत गए हैं. उन्होंने कांग्रेस के कैलाश त्रिवेदी को 20 हजार 756 मतों के अंतर से हराया. करणपुर सीट से बीजेपी के सुरेन्द्र पाल सिंह ने कांग्रेस के गुरमीत सिंह को 3853 मतों से हराया. बगरू से बीजेपी के कैलाश वर्मा ने कांग्रेस के डॉक्टर प्रभु राधव को 46356 मतों से पराजित किया. रामगंज मंडी से बीजेपी की चन्द्रकांता ने कांग्रेस के बाबू लाल को 36919 मतों से हराया.
मेडता से बीजेपी के सुखराम ने कांग्रेस के लक्ष्मण राम को 35549 मतों से हराया. टोंक सीट से बीजेपी के अजित सिंह ने निर्दलीय सौद सिद्दीकी को 30343 मतों से पराजित किया.
चुनावों में मिली करारी हार के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बीजेपी की ओर से राज्य सरकार की योजनाओं का कुप्रचार किए जाने के कारण मतगणना के रुझान कांग्रेस के खिलाफ आए हैं.
गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने जनता के लिए अच्छी योजनाएं चलाईं, लेकिन बीजेपी की ओर से इन योजनाओं को लेकर किए गए कुप्रचार के कारण ये रुझान आए हैं. हालांकि स्थिति शाम तक स्पष्ट होगी.
उन्होंने कहा कि वसुंधरा राजे को अपने निर्वाचन क्षेत्र झालरापाटन तक में नरेन्द्र मोदी के नाम पर वोट मांगने पड़े. टिकट बंटवारे के बारे में पूछे गए प्रश्न का जवाब देते हुए गहलोत ने कहा कि यह पार्टी का आंतरिक मामला है.
गहलोत ने कहा, 'अगर कुप्रचार किया जाता है तो इसका कोई मुकाबला नहीं किया जा सकता. परिणाम को देखकर मेरा मानना है कि लोगों ने कुप्रचार के आधार पर मतदान किया है.' उन्होंने कहा, 'हमने कोशिश की कि राजस्थान में विकास का मुद्दा होना चाहिए. हमारा प्रचार सरकार द्वारा किए गए कार्यों पर केंद्रित था.'
गहलोत ने कहा कि उनकी पार्टी इन चीजों को चुनाव का मुद्दा बनाने में विफल रही और विपक्ष ने झूठे आरोप लगाए, लेकिन उसने विकास की बात नहीं की. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार द्वारा चलाई गई योजनाएं इतनी अच्छी थीं कि दूसरे राज्यों के अधिकारी उनका अध्ययन करने राजस्थान आए.
मतगणना रुझान पर अपनी पहली प्रतिक्रिया देते हुए मोदी ने मध्य प्रदेश और राजस्थान के नेताओं को शुभकामनाएं दी. मोदी ने एक ट्वीट में कहा, 'वसुंधरा जी से बात हुई और राजस्थान विधानसभा चुनावों में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत पर उन्हें बधाई दी.'
मध्य प्रदेश में तीसरी बार कमल का करिश्मा, शिवाज का बढ़ा कद
मध्य प्रदेश में सभी 230 विधानसभा सीटों पर आए रुझानों के मुताबिक यहां बीजेपी 161, कांग्रेस 61 और अन्य 08 सीटों पर आगे चल चल रहे हैं.
मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी लगातार तीसरी बार बहुमत प्राप्त करके सरकार बनाने जा रही है जहां अब तक आये परिणामों में 230 सीटों में से 23 पर उसने जीत हासिल कर ली है और 139 पर आगे चल रही है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया की अगुवाई में चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस काफी पिछड़ती दिखाई दे रही है और अब तक आए परिणामों और रुझानों में उसे केवल 7 सीट मिली हैं और महज 50 पर वह आगे चल रही है.
बीएसपी 5 सीटों पर आगे चल रही है और अन्य ने 6 पर बढ़त बना रखी है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा सीट पर अपने निकटतम प्रत्याशी कांग्रेस के शाशंक भार्गव को 16,966 मतों से पराजित कर दिया है. बुदनी पर वह अपने निकटतम प्रतिद्वंदी से बढ़त बनाये हुए हैं जहां से वह मौजूदा विधायक रहे.
वन मंत्री सरताज सिंह सिवनी मालवी विधानसभा सीट से और स्कूली शिक्षा राज्यमंत्री नानाभाई सौंसर से आगे चल रहे हैं.
पार्टी के कई मंत्री आगे चल रहे हैं जिनमें महो से कैलाश विजयवर्गीय के साथ बाबूलाल गौर, विजय शाह, उमाशंकर गुप्ता, जगदीश देवड़ा, अर्चना चिटनिस, नरोत्तम मिश्रा, तुकोजीराव पवार, गोपाल भार्गव और महेंद्र हार्डिया प्रमुख हैं. इन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवारों पर बढ़त बना रखी है. हालांकि जन संपर्क मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा और संस्कृति मंत्री अनूप मिश्रा पीछे चल रहे हैं.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुरेश पचौरी को भोजपुर सीट पर बीजेपी के विधायक सुरेंद्र पटवा से हार का सामना करना पड़ सकता है. वह अभी पीछे चल रहे हैं. बहरहाल, विपक्ष के नेता अजय सिंह अपनी परंपरागत चुरहट सीट पर 6,120 सीट के अंतर से आगे चल रहे हैं.
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह पहली बार चुनाव मैदान में उतरे हैं और राघौगढ़ सीट पर बीजेपी के राधेश्याम धाकड़ से आगे हैं. इंदौर से प्राप्त खबर के अनुसार लोकनिर्माण मंत्री विजयवर्गीय महू में कांग्रेस के अंतर सिंह दरबार से आगे चल रहे हैं. इंदौर के ही विधानसभा क्षेत्र 5 से प्रदेश के स्वास्थ्य राज्यमंत्री महेंद्र सिंह हार्डिया ने बढ़त बना रखी है.
पूर्व मुख्यमंत्री गौर रिकॉर्ड 10वीं बार गोविंदपुरा सीट से मैदान में हैं और कांग्रेस के गोविंद गोयल से 11,782 मतों से आगे चल रहे हैं. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के भांजे अनूप मिश्रा भितरवार सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी से पिछड़ते दिखाई दे रहे हैं. मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा को भी सिरोंज में कांग्रेस के उम्मीदवार ने पीछे कर रखा है.
वहीं, बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने अपनी पार्टी की बढ़त पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बधाई दी है. आपको बता दें कि मोदी ने चार राज्यों के चुनाव प्रचार में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था.
मोदी ने ट्वीट किया, 'शिवराज जी को फोन कर मध्य प्रदेश चुनावों में बीजेपी के बेहतरीन प्रदर्शन के लिए बधाई दी.
काटे की टक्कर के बाद छत्तीसगढ़ में बीजेपी को बढ़त
छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों के लिए हुए चुनावों की मतगणना जारी है और सत्तारूढ़ बीजेपी तथा मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है. मतगणना के अब तक के रुझानों के अनुसार, राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी 47, कांग्रेस 40 और अन्य 03 सीटों पर आगे चल रहे हैं.
राज्य में 'चाउर वाले बाबा' के नाम से लोकप्रिय रमन सिंह को 86797 मत और अलका को 50931 मत मिले. रमन सिंह राजनांदगांव विधानसभा सीट से खड़े थे और इस सीट पर 'नोटा' यानी 'उपरोक्त में से कोई नहीं' का विकल्प 2042 मतदाताओं ने चुना. अलका मई में दरभा घाटी में हुए नक्सली हमले में मारे गए कांग्रेस नेता उदय मुदलियार की पत्नी हैं.
छत्तीसगढ़ की बैकुंठपुर विधानसभा सीट पर बीजेपी के भैयालाल राजवाड़े ने अपने निकटतम प्रतिद्वन्द्वी कांग्रेस के वेदान्ती तिवारी को 1069 वोट से हराया.
अभनपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के धनेंद्र साहू ने मौजूदा कृषिमंत्री चंद्रशेखर साहू को 8,354 मतों से पराजित किया. कुरूद विधानसभा सीट पर बीजेपी के अजय चंद्राकर ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के लेखराम साहू को 27,177 वोट से हराया.
सिहावा विधानसभा सीट पर बीजेपी के श्रवण मरकाम ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस की अंबिका मरकाम को 7487 वोट से हराया. बस्तर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के लखेश्वर बघेल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी के सुभाउ कश्यप को 19,168 मतों से हराया.
जगदलपुर विधानसभा सीट पर बीजेपी के संतोष बाफना ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के सामू कश्यप को 16,658 मतों से हराया.
दंतेवाड़ा विधानसभा सीट पर कांग्रेस की देवती कर्मा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी के भीमा मंडावी को 5,927 मतों से हराया. देवती दरभा घाटी में हुए नक्सली हमले में मारे गए कांग्रेस नेता और नक्सलियों के खिलाफ चले सलवा जुडूम आंदोलन के संस्थापक महेंद्र कर्मा की पत्नी हैं.
कोंटा विधानसभा सीट पर कांग्रेस के कवासी लखमा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी के धनीराम बारसे को 5,786 मतों से हराया. नक्सली हमले में कवासी लखमा बाल बाल बचे थे.
मई में हुए इस भीषण हमले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंद कुमार पटेल, कर्मा के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल भी मारे गए थे. कांग्रेस के लिए विधानसभा चुनाव में दरभा घाटी हमला बड़ा मुद्दा था.