परिवार के झगड़े में अखिलेश यादव की जीत का खामियाजा बाहुबली नेता अतीक अहमद को भी उठाना पड़ा है. अब वो कानपुर कैंट सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार नहीं होंगे.
चुनाव ना लड़ना अपना फैसला: अतीक
गुरुवार को अतीक अहमद ने दावा किया कि उन्होंने अपनी मर्जी से चुनाव ना लड़ने का फैसला किया है. उनके मुताबिक अगर उन्हें टिकट मिलता तो अखिलेश को मीडिया के सवालों से दो-चार होना पड़ता और अखिलेश की साफ छवि की खातिर वो चुनावी मैदान से हट रहे हैं.
हालांकि पिछले दिनों अतीक अहमद ने कहा था कि अगर समाजवादी पार्टी उन्हें टिकट नहीं देती तो वो अपने टिकट का इंतजाम खुद कर लेंगे.
निर्दलीय लड़ने का इरादा नहीं
अतीक अहमद 5 बार निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं. लेकिन इस दफा उनका कहना है कि सेक्युलर वोटों को बंटने से बचाने के लिए वो निर्दलीय चुनाव नहीं लड़ेंगे.
अखिलेश थे विरोध में
इससे पहले मुलायम सिंह ने जो लिस्ट जारी की थी, उसमें अतीक अहमद कानपुर कैंट से प्रत्याशी घोषित किये गए थे. लेकिन बाद में अखिलेश यादव की ओर से जारी सूची में कानपुर कैंट सीट से कोई प्रत्याशी नहीं उतारा गया. मुख्यमंत्री अतीक अहमद को पार्टी टिकट देने को लेकर अपना विरोध पहले ही जगजाहिर कर चुके थे.