छत्तीसगढ़ में बाबा रामदेव का दौरा BJP को महंगा पड़ गया है. बाबा रामदेव ने राज्य के आधा दर्जन से ज्यादा जिलों में अपने योग शिविर लगाये और वहां अपने भाषणों में कांग्रेस की जमकर बखियां उधेड़ी.
बाबा रामदेव ने कहीं BJP की तारीफ़ की तो कहीं नरेंद्र मोदी की. कांग्रेस की शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने बाबा रामदेव के शिविर और उनके दौरों पर होने वाले खर्च को BJP के खाते में जोड़ने का फैसला किया है.
योग गुरु बाबा रामदेव ने 4 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक राज्य के कई जिलों में योग शिविर लगाये और अपने समर्थकों से मिलने के लिए ग्रामीण इलाको का भी दौरा किया. बाबा रामदेव ने बस्तर के सरगुजा और सरगुजा से राजनांदगांव तक के इलाके का भ्रमण किया. यहां उन्होंने कई बैठकें भी की. कई इलाकों में योग शिविर लगाये. इन तमाम इलाकों में बाबा रामदेव ने कांग्रेस की बखियां उधेड़ी.
उन्होंने अपनी इस यात्रा को पूरी तरह से राजनैतिक रंग दे दिया. नतीजतन कांग्रेस भी हरकत में आई और उसने मामले की चुनाव आयोग में शिकायत कर दी. चुनाव आयोग ने प्राथमिक रूप से शिकायत को सही पाया और बाबा रामदेव की यात्रा का खर्च BJP के खाते में जोड़ने का फैसला ले लिया.
छत्तीसगढ़ में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुनील कुजूर ने बताया, 'अभी तक जितनी जानकारी आई है उसमें ये कहा है कि नरेंद्र मोदी अच्छे PM रहेंगे और रामन सिंह जी अच्छे CM रहेंगे. तो उसे कह सकते हैं कि वो पेड न्यूज के केटेगरी में लाया जा सकता है. अगर ऐसा है तो खाते में जोड़ने का. अभी धमतरी वाली मैं नहीं देखा हूं उसमें भी खर्चा तो किसी पार्टी में नहीं जुड़ेगा. लेकिन वैसा कहने में बंदिश नहीं है, ये आचार संहिता का उल्लंघन भी नहीं है.'
BJP के खाते में कितनी रकम जुड़ेगी इसका आकलन अभी नहीं किया गया है. बाबा रामदेव के खर्चों को BJP के चुनावी खर्च में जोड़े जाने से कांग्रेस की बांछें खिल गयी हैं. उधर इस मामले को लेकर BJP सकते में है. उधर कांग्रेस ने ऐलान किया है कि वो जल्द ही बाबा रामदेव के खर्चों का ब्योरा भी चुनाव आयोग को पेश करेगी.
बाबा रामदेव ने अपनी तमाम सभाओं में BJP और नरेंद्र मोदी की तारीफ़ की है. कांग्रेस का कहना है कि योग शिविर की आड़ में बाबा ने चुनावी प्रचार किया है. लिहाजा वो उन पर आपराधिक प्रकरण और चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का मामला भी दर्ज कराएगी.