scorecardresearch
 

जमीन 'लापता', पर बेनी बाबू ने कर दिया पावर प्लांट का शिलान्यास!

गोंडा के सांसद व केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने चुनावी साल में शिलान्यासों कि झड़ी लगा दी है. आलम यह है कि आचार संहिता लागू होने के एक दिन पहले तक बेनी बाबू शिलान्यास ही करते रहे. लेकिन गोंडा शहर से 30 किलोमीटर दूर बेनी बाबू ने एक पावर प्लांट का शिलान्यास किया था उसे लेकर विवाद शुरू हो गया है. आरोप है कि बेनी प्रसाद ने बिना किसी जमीन के लिए पावर प्लांट का शिलान्यास कर दिया.

Advertisement
X
केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा
केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा

गोंडा के सांसद व केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने चुनावी साल में शिलान्यासों कि झड़ी लगा दी है. आलम यह है कि आचार संहिता लागू होने के एक दिन पहले तक बेनी बाबू शिलान्यास ही करते रहे. लेकिन गोंडा शहर से 30 किलोमीटर दूर बेनी बाबू ने एक पावर प्लांट का शिलान्यास किया था उसे लेकर विवाद शुरू हो गया है. आरोप है कि बेनी प्रसाद ने बिना किसी जमीन के लिए पावर प्लांट का शिलान्यास कर दिया.

Advertisement

चुनावी साल में लगातार हो रहे शिलान्यासों से सभी अचंभित थे. गोंडा के एक आरटीआई कार्यकर्ता ने शिलान्यास के बारे में जानकारी मांगी तो खुलासा हुआ कि जिस पावर प्लांट का शिलान्यास बेनी बाबू ने किया है, उसके लिए न तो कोई जमीन रजिस्ट्री हुई, न ही अनुबंध हुआ है और न ही जमीन खरीद का बैनामा हुआ है.

इस संबंध में आयोग द्वारा 10 दिन पहले हटाए गए जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसा कोई प्लांट उनके जानकारी में गोंडा में नहीं लग रहा है. सब-रजिस्ट्रार ने बताया कि इस संबंध में कोई जमीन रजिस्ट्री नहीं हुई है.

चौंकाने वाला मंजर तब लगा कि जहां प्लांट का बोर्ड लगा है, उस खेत के मालिक ने भी जमीन नहीं बेची है. उसके मुताबिक बोर्ड बिना उसके जानकारी में लगी है.

विवाद पर बेनी बाबू का कहना है कि एग्रीमेंट हो रहा है. यह 3 साल का प्लान है. जमीन की व्यवस्था होते ही रजिस्ट्री करा ली जाएगी.

Advertisement

उधर, आरटीआई कार्यकर्ता राकेश तिवारी का मानना है कि यह बेनी का धोखा है और वह मतदाताओ को भ्रमित करके फिर मैदान मारना चाहते है.

Advertisement
Advertisement