भारतीय जनता पार्टी के नेता भगत सिंह कोश्यारी उत्तराखंड के दूसरे मुख्यमंत्री बने. 2002 से लेकर 2007 तक कोश्यारी उत्तराखंड विधनसभा में विपक्ष के नेता भी रहे.
बतौर पेशे से कोश्यारी ने अपनी शुरूआत एक अध्यापक और पत्रकार के रूप में की. विद्यार्थी जीवन में ही कोश्यारी आरएसएस से जुड़ चुके थे. सर्वप्रथम 2001 में कोश्यारी ने मुख्यमंत्री के रूप में राज्य की कमान संभाली.
2002 में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान बीजेपी को राज्य की जनता ने नकार दिया, जिसके परिणामस्वरूप कोश्यारी ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देना और और विपक्ष में बैठना पड़ा.
2007 में फिर से हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने राज्य जीत का परचम लहराया लेकिन इस बार कोश्यारी की जगह मुख्यमंत्री बने भुवन सिंह खंडूरी. आपातकाल के दौरान कोश्यारी जेल की भी यात्रा कर चुके हैं.