उत्तराखंड में बीजेपी ने पांचों सीटें अपनी झोली में डालकर 2009 में कांग्रेस के हाथों मिली करारी हार का बदला तो लिया ही, अब राज्य की हरीश रावत सरकार भी दांव पर है.
नैनीताल-ऊधमसिंहनगर लोकसभा सीट से भगत सिंह कोश्यारी की जीत से रावत सरकार पर संकट के बादल गहरा गए हैं. अगर हाल ही में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में गए सतपाल महाराज ने अपनी पत्नी अमृता से इस्तीफा कराकर सरकार को खतरे में नहीं डाला तो कुछ महीनों बाद रावत सरकार गिर सकती है.
कोश्यारी फिलहाल राज्यसभा सांसद हैं. लोकसभा सांसद बनने के बाद वे राज्यसभा से इस्तीफा देंगे और उनके इस्तीफे से खाली होने वाली सीट पर दो-तीन महीने में उपचुनाव होना तय है.
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी फिलहाल राज्य सरकार को अस्थिर नहीं करना चाहती, लेकिन राज्यसभा के उपचुनाव में सतपाल महाराज को उम्मीदवार बनाकर रावत सरकार का खेल बिगाड़ेगी. बीजेपी का मानना है कि सतपाल महाराज को टिकट देने से जबरदस्त क्रास वोटिंग होगी, जिसके बाद सरकार खुद-ब-खुद गिर जाएगी.