scorecardresearch
 

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने विश्वास मत हासिल किया

दूसरी बार हरियाणा का मुख्यमंत्री बनने के चार दिन बाद भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने बुधवार को राज्य विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया.

Advertisement
X

Advertisement

दूसरी बार हरियाणा का मुख्यमंत्री बनने के चार दिन बाद भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने बुधवार को राज्य विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया. हाल में संपन्न विधानसभा चुनाव में पार्टी की संख्याबल कम हो जाने के बाद भी कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने हुड्डा को ही सरकार की बागडोर दोबारा सौंपने का फैसला किया.

7 निर्दलीय विधायकों का कांग्रेस को समर्थन
कांग्रेस ने 80 सदस्यीय विधानसभा में 47 सदस्यों का समर्थन हासिल किया. हुड्डा के रविवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद राज्यपाल जगन्नाथ पहाड़िया ने उनसे एक हफ्ते के भीतर सदन के पटल पर अपना बहुमत साबित करने को कहा था. कांग्रेस 40 सीटों के साथ राज्य विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. उसने सात निर्दलीयों के बिना शर्त समर्थन के जरिये सदन में विश्वास मत हासिल करने में सफलता पायी.

2005 में पहली बार सीएम बने थे हुड्डा
इनेलोद के प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला ने विधानसभा अध्यक्ष हरमोहिंदर सिंह की इस सलाह का विरोध किया कि विश्वास मत को ध्वनिमत से पारित कर दिया जाये. इस पर 62 वर्षीय हुड्डा ने मतविभाजन कराने पर जोर दिया. मत विभाजन में 39 कांग्रेस के सदस्य, सात निर्दलीयों और एकमात्र बसपा सदस्य ने विश्वासमत के समर्थन में मतदान किया. इससे पूर्व कांग्रेस के हरमोहिंदर सिंह को सदन का अध्यक्ष नियुक्त किया गया. हरियाणा विधानसभा के लिए 13 अक्‍टूबर को हुए चुनाव में किसी दल को स्पष्ट बहुमत हासिल नहीं हुआ. इनेलोद 31 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही. हरियाणा जनहित कांग्रेस (भजनलाल) को छह जबकि भाजपा को 4 तथा बसपा एवं शिरोमणि अकाली दल को एक एक सीट मिली. हुड्डा इससे पूर्व पांच मार्च 2005 को पहली बार मुख्यमंत्री बने थे.

Advertisement
Advertisement