बिहार विधानसभा चुनाव की तरफ हर किसी की निगाहें टिकी हुई हैं. सूत्रों की माने तो इस संबंध में चुनाव आयोग की गृह मंत्रालय के अधिकारियों की बैठक हो चुकी है. सुरक्षा के मद्देनजर चुनाव आयोग ने अर्धसैनिक बलों की 50 कंपनियों की मांग की है. अक्टूबर-नवंबर के महीने में चुनाव की तारीखें तय हो सकती हैं.
सूत्रों के मुताबिक कुल 5 चरण में चुनाव होंगे. जिसमें से दो चरण दुर्गापूजा के पहले और तीन चरण पूजा के बाद होने की संभावना है. हालांकि तारीख तय करने से पहले इन बातों का ध्यान रखा जाएगा कि चुनाव के समय त्योहार, स्कूलों की परीक्षाएं न हों और साथ ही कानून व्यवस्था, सुरक्षा की स्थिति और मौसम को भी ध्यान में रखा जाएगा. चुनाव आयोग ने धन और बाहुबल के इस्तेमाल की आशंका के लिहाज से संवेदनशील इलाकों की पहचान की है. आयोग की इन पर खास नजर रहेगी. बिहार विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त हो रहा है. चुनाव आयोग अगले कुछ दिन में चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है.
सुरक्षा पर विशेष ध्यान
चुनाव आयोग ने माना है कि बिहार में शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए भारी मात्रा में अर्धसैनिक बलों की जरूरत होगी. जिसके मद्देनजर चुनाव आयोग ने अर्धसैनिक बलों की 50 कंपनियों की मांग की है.