रामविलास पासवान के बीजेपी के साथ जाने के बाद बिहार में गठबंधन को लेकर कांग्रेस दुविधा में नजर आ रही है. साफ छवि को लेकर राहुल की सतर्कता के बावजूद कांग्रेस लालू यादव की आरजेडी और पासवान की एलजेपी से गठबंधन करना चाहती थी.
लेकिन सूत्रों की मानें तो पासवान के हाथ से निकलने के बाद कांग्रेस नीतीश को भी गठबंधन के विकल्प के तौर पर देखने लगी. लेकिन जेडीयू की अपनी शर्तें हैं. कांग्रेस ने फिर लालू से बातचीत बढ़ाई. दूसरी तरफ कांग्रेस की बातचीत जेडीयू से भी चलती रही और वह बिहार को स्पेशल पैकेज देने पर विचार करने लगी. जेडीयू के साथ 15 सीट लेकर गठजोड़ के लिए बुधवार को कैबिनेट में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने पर विचार चल रहा है.
बताया जा रहा है कि कुछ सीटों को लेकर आरजेडी औऱ कांग्रेस में पेच फंस रहा है. इसके लिए बुधवार तक का वक्त दिया गया है. लेकिन इस बीच ऐसा न हो कि कांग्रेस को न माया मिले, न राम. 2009 की तरह उसे अकेले चुनाव मैदान में उतरना पड़ सकता है. लगता है कि पार्टी ने यह विकल्प भी खुला रखा है, इसलिए बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी से सभी 40 सीटों पर नाम मंगवा लिए गए हैं.