बिहार विधानसभा की कुल 243 सीटों में से प्रथम चरण में 47 सीटों के लिए 21 अक्तूबर को होने वाले मतदान के लिए चुनाव प्रचार अभियान मंगलवार को थम गया. प्रथम चरण में कुल 635 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं जिनमें जदयू के मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, नरेंद्र नारायण यादव, रेणु कुमारी, जेल में बंद बाहुबली नेता राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की पत्नी और कांग्रेस प्रत्याशी रंजीत रंजन, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी महबूब अली कैसर और कांग्रेस उम्मीदवार लवली आनंद प्रमुख हैं.
कांग्रेस और बसपा सभी 47 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं जबकि जदयू ने 26 उसकी सहयोगी पार्टी भाजपा ने 21 स्थानों पर अपने उम्मीदवार खड़े किये हैं. राजद 31 सीटों पर और उसकी साझीदार पार्टी रामविलास पासवान की लोजपा 16 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. माकपा ने सात विधानसभा क्षेत्रों से, भाकपा ने 11, भाकपा माले लिबरेशन ने 17 और राकांपा ने 33 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किये हैं.
प्रथम चरण के चुनाव में 21 अक्तूबर को 10,454 मतदान केंद्रों पर करीब एक करोड़ सात लाख मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे. सहरसा, मधेपुरा, मधुबनी, सुपौल, पूर्णिया, अररिया, कटिहार और किशनगंज जिले की सभी 47 सीटों पर बहुकोणीय मुकाबला है. इस चरण में पुरुष मतदाताओं की संख्या 56 लाख 76 हजार से अधिक है जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 50 लाख 23 हजार के करीब है. {mospagebreak}
प्रथम चरण के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के अलावा केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद, मुकुल वासनिक और राज्यसभा के उपसभापति के रहमान खान जैसे पार्टी के स्टार प्रचारकों ने कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार किया. वहीं राजग के पक्ष में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव, भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुनावी सभाओं को संबोधित किया.
इसके अलावा माकपा के प्रत्याशियों के पक्ष में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रकाश करात, वाम दल भाकपा के पक्ष में नेता डी राजा ने अपने प्रत्याशियों के लिए चुनावी सभाओं को संबोधित किया. बसपा प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार के लिए पार्टी सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने कमान संभाली. इस चरण में प्रमुख चुनावी मुद्दों में कोशी की बाढ़ के बाद विस्थापितों के पुनर्वास और उनकी सहायता तथा मधेपुरा में लंबित रेल परियोजना का मुद्दा प्रमुख रूप से उठा.
चुनाव आयोग के पदाधिकारियों ने कहा कि सहरसा जिले के नक्सल प्रभावित सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्र को छोड़कर शेष सभी 46 सीटों पर सामान्य रूप से सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक सामान्य रूप से मतदान होगा. सिमरी बख्तियारपुर में सुबह सात बजे से अपराहन तीन बजे तक ही मतदान होगा. {mospagebreak}
कोसी क्षेत्र में 13 वर्तमान विधायकों वाला जदयू, विकास के चुनावी मुद्दे के साथ और समूचे पूर्वी बिहार में अत्यंत पिछड़ों के वोट बैंक के सहारे इस चरण में और बेहतर प्रदर्शन करने के प्रति आशान्वित है. अक्तूबर 2005 के विधानसभा चुनावों में जदयू ने कोसी और सीमांचल क्षेत्र में बढ़त बनायी थी.
प्रथम चरण के चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की धर्मनिरपेक्ष पर सवालिया निशान लगाने के साथ केंद्रीय योजनाओं का श्रेय लेने पर राजग सरकार को आड़े हाथ लिया.
वहीं राजग ने कांग्रेस और राजद पर सांठगांठ करने का आरोप लगाया. प्रथम चरण के लिए सबसे अधिक 9697 मतदान केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में हैं जबकि शहर में बने 757 मतदान केंद्रों पर वोट पड़ेंगे. इस चरण की सात सीटें अनुसूचित जाति और एक सीट जनजातीय प्रत्याशी के लिए आरक्षित है.