चुनाव खत्म हुआ तो बिहार के पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता गिरिराज सिंह भी अपने तेवर में वापस आ गए. जैसे ही तमाम अदालतों से हेट स्पीच मामले में गिरिराज सिंह को जमानत मिली, उन्होंने एक बार पिर अपना पुराना राग छेड़ दिया.
गिरिराज सिंह ने ये सवाल उठाया कि आतंकी गतिविधियों में आखिरकार एक ही समुदाय के लोगों का नाम क्यों है और क्यों एनआईए की सूची एक समुदाय विशेष से भरी पड़ी है. उन्होंने कहा कि मैंने आतंकवाद परस्त कहा है. मैने किसी समुदाय का नाम नहीं लिया. कुछ लोग कहा है. अगर आप मीडिया के मित्र आतंकवादी को सम्मानित करना चाहते हैं तो करें.गिरिराज सिंह यही नही रुके. वे फारुक अब्दुल्ला के बयान पर तल्ख बने रहे और उन्होंने कश्मीर में पाकिस्तानी झंडे फहराए जाने का भी मुद्दा उठाया. पेश हैं उनके साथ बातचीत के प्रमुख अंश.
सवाल: क्या लगता है कि एक समुदाय विशेष इसमें शामिल है?
जवाब: एक समुदाय विशेष के लोग आतंक से जुड़े हैं. ये एनआईए का रिपोर्ट कह रही है. चाहे वो किसी समुदाय का हो.
सवाल: एनआईए की लिस्ट में तो हिंदुओं के भी नाम है. क्या आप मानते हैं हिंदू आतंकवाद भी है?
जवाब: एनआईए की ये सूची अगर आपके पास है तो चर्चा करेंगे.
सवाल: आपका बयान दो समुदायों के बीच खाई पैदा करने वाला है?
जवाब: मैं नहीं मानता. ये आपके सोच में खाई हो सकती है. हमीद कौन था, जिसने शरीर में बम लगाकर टैंक उड़ाया. क्या उसे
आतंकी कहेंगे. आप जैसे लोग इसे गलत परिभाषित कर रहे हैं.
सवाल: फारुक अबदुल्ला पर आप इतने तल्ख क्यों?
जवाब: उन्होंने कहा कि मोदी सरकार बनी तो मैं कश्मीर को पाकिस्तान ले जाऊंगा. ये हिम्मत. कश्मीर के अंदर पाकिस्तान के
झंडे फहराए जाते हैं.
सवाल: नरेंद्र मोदी ने आपके बयान की खिलाफत की.
जवाब: मैं उस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता.
सवाल: आपकी पार्टी आपके खिलाफ है.
जवाब: मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा.