बिहार की राजनीति नित नए करवट ले रही है. विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री के तौर पर आरजेडी-जेडीयू गठबंधन की ओर से नीतीश कुमार के नाम पर मुहर लगभग लग चुकी है, वहीं आरजेडी से निष्कासित सांसद पप्पू यादव मंगलवार को अपनी नई पार्टी की घोषणा कर सकते हैं.
बिहार विधानसभा चुनाव में एक तीसरी ताकत के रूप में उभरने के अपने प्रयास के तहत मधेपुरा से सांसद पप्पू यादव अपनी नई पारी को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं. हालांकि चुनाव में बीजेपी और लालू-नीतीश गठबंधन के बीच सीधी टक्कर तय है. ऐसे में पप्पू यादव की नई पार्टी किस रूप में अपनी भूमिका तलाशती है ये देखने की बात होगी.
सोमवार को सांसद ने कहा कि वह अपने संगठन जनक्रांति अधिकार मोर्चा को एक राजनीतिक पार्टी के रूप में तब्दील कर देंगे. इस संगठन का गठन उन्होंने हाल ही किया था और वह उसे एक नया नाम दे सकते हैं. उन्होंने बीजेपी और आरजेडी-जेडीयू गठबंधन की निंदा की और कहा,'हम बिहार में तीसरी ताकत होंगे. राज्य को न ही जातिवाद न ही साम्प्रदायिकता की जरूरत है.'
-इनपुट भाषा से