बिहार विधानसभा के प्रथम चरण के चुनाव प्रचार के परिदृश्य से गायब रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने पार्टी से नाराजगी की बात को बुधवार को खारिज किया और कहा कि गुरुवार से वह दल के प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार शुरू कर देंगे.
सिन्हा ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं पार्टी से बिल्कुल नाराज नहीं हूं और गुरुवार को मैं चुनाव प्रचार शुरू कर दूंगा. 24 अक्तूबर तक अपनी व्यस्तता के बारे में मैंने पार्टी को पूर्व में ही सूचित कर दिया था.’ अपनी आगामी फिल्म 'रक्तचरित्र' की ओर संकेत करते हुए उन्होंने कहा, ‘सभी को मालूम है कि 22 अक्तूबर को मेरी नयी फिल्म रिलीज होने वाली है. इसलिए मैं व्यस्त हूं.’
बिहारी बाबू ने कहा, ‘मुझे स्टार प्रचारक कहलाना बिल्कुल पसंद नहीं, मैं पार्टी का केवल एक कार्यकर्ता हूं. भले आप मुझे स्टार कार्यकर्ता या स्टार प्रबंधक कह लीजिये.’ अपने पसंदीदा उम्मीदवारों को टिकट न मिलने से असंतोष की बात को खारिज करते हुए सिने अभिनेता ने कहा, ‘मैं कोई अपरिपक्व नेता या बच्चा नहीं हूं जो झुनझुना नहीं मिलने से रूठ जाऊं.’ {mospagebreak}
सिन्हा ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तथा पार्टी के बिहार मामलों के सह प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान ने मुझे वस्तुस्थिति से अवगत कराया है और इस समय पार्टी को मेरी जरूरत है. उन्होंने कहा कि वह तब तक पार्टी की सेवा में लगे रहेंगे जबतक बिहार में राजग की नयी सरकार नहीं बन जाती.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के नेतृत्व की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि इस सरकार की नीति और नीयत दोनों ठीक है. बिहारी बाबू ने कहा कि भाजपा में उनका पदार्पण तब हुआ था जब केवल दो सांसद इस दल में थे.
उन्होंने कहा, ‘मुझे नानाजी देशमुख, जयप्रकाश नारायण ने घुट्टी पिलाई है और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी तथा वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का आशीर्वाद मुझे प्राप्त है. मैं परिपक्व नेता हूं.’ एक प्रश्न के जवाब में भाजपा सांसद ने कहा, ‘चुनाव प्रचार में लौटने को लेकर मेरा हृदय परिवर्तन नहीं हुआ है और नाराजगी की भी कोई बात नहीं है. यदि ऐसी कोई बात भी होगी तो पार्टी के भीतर हम इसे सुलझा लेंगे.’