वायनाड से प्रियंका गांधी वाड्रा ने आज अपना नामांकन दाखिल कर दिया है, इससे पहले लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कलपेट्टा में रोड शो के बाद एक जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने अपनी बहन प्रियंका गांधी के लिए वोट मांगे. राहुल गांधी ने जनसभा में कहा कि वायनाड देश का एकमात्र ऐसा निर्वाचन क्षेत्र होगा, जहां से संसद में दो सदस्य होंगे. प्रियंका वायनाड से आधिकारिक सांसद होंगी, जबकि वह अनौपचारिक सांसद होंगे.
क्या बोले अमित मालवीय?
राहुल गांधी के बयान पर बीजेपी ने निशाना साधा है. बीजेपी IT सेल के हेड अमित मालवीय ने X पर एक पोस्ट के जरिए कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा के बीच मतभेद की इससे ज्यादा खुलेआम स्वीकारोक्ति नहीं हो सकती. उन्होंने कहा कि वायनाड में प्रियंका की नामांकन रैली के दौरान राहुल ने कहा था कि अगर उनकी बहन वायनाड से जीत भी जाती हैं, तो भी वह यहां से अनाधिकारिक रूप से सांसद बने रहेंगे. यह न केवल प्रियंका की उम्मीदवारी को कमजोर कर रहा है, बल्कि वायनाड के लोगों को भी हल्के में ले रहा है.
'दोनों मिलकर वायनाड के लोगों की रक्षा करेंगे'
राहुल गांधी ने जनसभा में कहा कि एक संसद का आधिकारिक सदस्य होगा और दूसरा संसद का अनौपचारिक सदस्य. दोनों मिलकर वायनाड के लोगों की रक्षा करेंगे. 2019 से 2024 तक वायनाड लोकसभा सीट से सांसद रहे राहुल ने कहा कि जिस तरह जिले के लोगों ने उनकी सबसे ज्यादा जरूरत के समय उनकी रक्षा की और उनकी देखभाल की, उसी तरह वह उनकी बहन की भी देखभाल करें.
राहुल ने प्रियंका के लिए मांगे वोट
राहुल गांधी ने कहा कि आपने (वायनाड के वोटर्स ने) मेरी रक्षा की, जब मुझे सबसे ज्यादा जरूरत थी, तब आपने मेरा ख्याल रखा. मैंने जो राखी पहनी है, वह मेरी बहन ने बनाई है. मैं इसे तब तक नहीं उतारता, जब तक यह टूट न जाए. यह भाई द्वारा अपनी बहन की रक्षा का प्रतीक है. इसलिए मैं वायनाड के लोगों से अनुरोध करता हूं कि आप लोग मेरी बहन का ख्याल रखें और उनकी रक्षा करें. वह अपनी पूरी ऊर्जा वायनाड की समस्याओं और आपकी रक्षा में लगाएंगी.
वायनाड के लोगों को परिवार मानती हैं प्रियंका: राहुल
उन्होंने कहा कि वायनाड से अनौपचारिक सांसद होने के नाते वह यहां आएंगे और लोगों की समस्याओं में "हस्तक्षेप" करेंगे. राहुल ने आगे कहा कि वह अपनी बहन के बारे में एक या दो वाक्यों में बता सकते हैं. कांग्रेस सांसद ने कहा कि जब हमारे पिता की मृत्यु हुई, तो उन्होंने मेरी मां की देखभाल की. मेरी मां ने सब कुछ खो दिया, मेरी बहन ने सब कुछ खो दिया, लेकिन जिसने मेरी मां की देखभाल की, वह मेरी बहन थी. मुझे विश्वास है कि मेरी बहन अपने परिवार के लिए कुछ भी त्याग करने को तैयार है. वह वायनाड के लोगों को अपना परिवार मानती हैं.
किससे होगा प्रियंका का मुकाबला?
बता दें कि इस रोड शो के बाद प्रियंका कलेक्ट्रेट के लिए रवाना हुईं, जहां उन्होंने सोनिया गांधी, राहुल गांधी, कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल की मौजूदगी में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. प्रियंका एलडीएफ के सत्यन मोकेरी और भाजपा की नव्या हरिदास के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी. वायनाड में 13 नवंबर को मतदान होगा.