scorecardresearch
 

राजस्थान: जसवंत सिंह कांग्रेस का डमी उम्मीदवार, कांग्रेस प्रत्याशी हरीष चौधरी के लिए राहुल ने जा

बीजेपी से निकाले जाने के बाद बाड़मेर से निर्दलीय लोकसभा चुनाव लड़ रहे जसवंत सिंह पर आरोप लग रहे हैं कि वह कांग्रेस के कठपुतली कैंडिडेट हैं. कांग्रेस पर भी आरोप लगाए जा रहे हैं कि पार्टी ने जानबूझकर जसवंत को जिताने के लिए खुद को रेस से बाहर कर लिया है. दरअसल 12 अप्रैल को जैसलमेर में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की रैली थी जिसे रद्द कर दी गई. इसी को आधार बना कर बीजेपी कांग्रेस पर हमला कर रही है. बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस जसवंत सिंह के कंधे पर बंदूक रख कर बीजेपी से मुकाबला कर रही है.

Advertisement
X

बीजेपी से निकाले जाने के बाद बाड़मेर से निर्दलीय लोकसभा चुनाव लड़ रहे जसवंत सिंह पर आरोप लग रहे हैं कि वह कांग्रेस के कठपुतली कैंडिडेट हैं. कांग्रेस पर भी आरोप लगाए जा रहे हैं कि पार्टी ने जानबूझकर जसवंत को जिताने के लिए खुद को रेस से बाहर कर लिया है. दरअसल 12 अप्रैल को जैसलमेर में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की रैली थी जिसे रद्द कर दी गई. इसी को आधार बना कर बीजेपी कांग्रेस पर हमला कर रही है. बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस जसवंत सिंह के कंधे पर बंदूक रख कर बीजेपी से मुकाबला कर रही है.

Advertisement

बाड़मेर से कांग्रेस प्रत्याशी हरीष चौधरी यहां के मौजूदा सांसद भी हैं. पिछली बार एक लाख वोटों से उनकी जीत हुई थी. पिछले 5 सालो में राहुल और सोनिया गांधी ने तीन से ज्यादा रैलियां की हैं. लेकिन चुनाव आते-आते हरीष चौधरी अकेले पड़ गए हैं. आरोप लग रहे हैं कि बीजेपी उम्मीदवार कर्नल सोना राम के खिलाफ कांग्रेस के हरीष चैधरी और जसवंत सिंह के बीच वोटों का बंटवारा ना हो इसलिए कांग्रेस ने खुद को पीछे कर लिया हैं. हालांकि कांग्रेस उम्मीदवार का कहना हैं कि रैली रद्द किए जाने की कोई राजनीतिक वजह नहीं है.

राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार मुस्लिम और राजपूत वोट जसंवत सिंह के पक्ष में हैं, जिसकी वजह से वह बेहद मजबूत स्थिति में आ गए हैं. जबकि कांग्रेस का जाट वोट बैंक इसबार बीजेपी की तरफ है. लिहाजा कांग्रेस अकेली पड़ गई है. इसलिये बीजेपी की राह मुश्किल बनाने के लिए कांग्रेस जसवंत सिंह को सपोर्ट कर रही है. जसवंत सिंह ने बीजेपी के इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है.

Advertisement
Advertisement