आम आदमी पार्टी की नेता और गाजियाबाद से पार्टी की लोकसभा कैंडिडेट शाजिया इल्मी के विवादित बयान की चौतरफा निंदा हो रही है. सभी पार्टियां इसके खिलाफ अपने आवाज बुलंद कर रही हैं. उधर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी शाजिया के बयान को आपत्तिनजन माना है.
कांग्रेस ने शाजिया की तुलना प्रवीण तोगड़िया से की है. कांग्रेस नेता मीम अफजल ने शाजिया के बयान पर कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा कि शाजिया अपने बयान के लिए माफी मांगे.
शाजिया के बयान पर बीजेपी ने भी नाराजगी जताई है. बीजेपी ने कहा कि इनका असली चेहरा लोगों के सामने आ गया है. बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने चुनाव आयोग से शाजिया पर कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया है.
मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी शाजिया के बयान की निंदा की है. मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि शाजिया का बयान काफी आपत्तिजनक है.
शाजिया इल्मी का एक विवादित वीडियो सामने आया था. जिसमें वो मुसलमानों से सांप्रदायिक होने की अपील करती दिखीं.
इस वीडियो में शाजिया कुछ मुस्लिमों को आम आदमी के पक्ष में वोट डालने की अपील करती हुई कहती हैं, ‘मुस्लिम वोट बंट जाते हैं क्योंकि वे ज्यादा ही धर्मनिरपेक्ष हैं और उन्हें कुछ सांप्रदायिक हो जाना चाहिए तथा अपने निजी हित को ध्यान में रखकर वोट डालना चाहिए.’
शाजिया ने कहा, ‘बहुत ज्यादा धर्मनिरपेक्ष मत होइए. मुसलमान बहुत ही ज्यादा धर्मनिरपेक्ष होते हैं, उन्हें सांप्रदायिक बनना चाहिए. वे सांप्रदायिक नहीं होते हैं और अपने लिए वोट नहीं डालते. अरविंद केजरीवाल हमारे हैं. मुसलमान लंबे समय तक धर्मनिरपेक्ष रहे. कांग्रेस को वोट दिया और उन्हें जिताने में मदद की. इतना धर्मनिरपेक्ष मत होइए और इस बार अपने घर (समुदाय) की ओर भी देखिए.’
उन्होंने कहा, ‘अन्य दलों के अपने एकजुट वोटबैंक हैं और मुस्लिम वोट बंट जाते हैं. यह एक विवादास्पद बयान है लेकिन हमें अपने हित की ओर देखना चाहिए.’ गाजियाबाद की आप प्रत्याशी एक वीडियो में मुस्लिम समुदाय के सदस्यों से यह बातचीत करते हुए नजर आ रही है.
देखें विवादित वीडियो: