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MCD चुनाव में बीजेपी कर रही है 'हाईटेक रथ' से प्रचार

वक्त बहुत कम है और बीजेपी के पास चुनाव प्रचार के लिहाज से हर वार्ड में पहुंचना मुश्किल है. इसीलिए बीजेपी ने अपने कैंपेन की पैकेजिंगऐसी की है, ताकि कम समय में ज्यादा से ज्यादा एरिया कवर हो सके. बीजेपी के रथ को हाईटेक बनाया गया है और इसे डिजाइन इस तरह से किया गया है कि चुनाव प्रचार की हर जरूरत इससे पूरी हो सके.

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रथ में सवार बीजेपी नेता
रथ में सवार बीजेपी नेता

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बीजेपी उम्मीदवार तय करने में भले ही लेट हो गई हो, लेकिन चुनाव प्रचार में कोई कसर बाकि नहीं रखना चाहती. इसीलिए तो अपने अध्यक्ष मनोज तिवारी की फिल्मी लोकप्रियता का फायदा उठाने में भी पीछे नहीं है. दिल्ली बीजेपी ने तिवारी को दिल्ली की गली-गली में घुमाने की योजना बनायी है और इसके लिए एक खास रथ भी बनाया गया है. ये रथ तिवारी को लेकर दिल्ली के हर इलाके तक जाएगा और बीजेपी के चुनाव प्रचार का मुख्य आकर्षण भी होगा.

वक्त बहुत कम है और बीजेपी के पास चुनाव प्रचार के लिहाज से हर वार्ड में पहुंचना मुश्किल है. इसीलिए बीजेपी ने अपने कैंपेन की पैकेजिंग ऐसी की है, ताकि कम समय में ज्यादा से ज्यादा एरिया कवर हो सके. बीजेपी के रथ को हाईटेक बनाया गया है और इसे डिजाइन इस तरह से किया गया है कि चुनाव प्रचार की हर जरूरत इससे पूरी हो सके. इस रथ को भगवा रंग में रंगा गया है. मोदी और अमित शाह के फोटो के साथ ही मनोज तिवारी की पूरी ब्रांडिंग इस रथ पर की गई है.

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रथ की खासियतों की बात करें तो बाहर से ये बीजेपी की ब्रांडिंग से सजा हुआ है और इसकी छत पर स्थायी रूप से एक मंच बना हुआ है, जिस पर चढ़कर नेता भाषण दे सकते हैं या फिर लोगों से बातचीत कर सकते हैं. मतलब अलग से मंच बनाने की जरूरत नहीं है. यही नहीं मंच पर जाने के लिए नेता को रथ से उतरकर बाहर आकर छत पर चढ़ने की जरूरत भी नहीं है, क्योंकि रथ के अंदर से ही एक लिफ्ट लगी हुई है, जिसमें एक साथ दो लोग सवार होकर सीधे रथ की छत पर बने मंच तक पहुंच सकते हैं. लिफ्ट को रिमोट कंट्रोल के जरिए चलाया जाता है.

रथ सिर्फ बाहर से ही रथ नहीं है, रथ के अंदर भी सुविधाएं और सहूलियत कम नहीं है, आरामदायक सीट है, जिसमें 10 से 12 लोग आसानी से आ सकते हैं, अगर दो सभाओं या रैलियों के बीच वक्त है, तो लेटकर आराम भी फरमाया जा सकता है. खाना खाने के लिए डाइनिंग टेबल भी अस्थायी रूप से बनाई जा सकती है. मतलब रथ से एक जगह से दूसरी जगह जाने के बीच खाना भी खाया जा सकता है.

यही नहीं चुनाव प्रचार का टाइम टेबल अगर बहुत व्यस्त है, तो इस रथ के अंदर कोई भी जरूरी मीटिंग की जा सकती है. दो चुनाव कार्यक्रमो के बीच वक्त बचाने के लिए मीटिंग का अच्छा विकल्प भी रथ के भीतर ही मौजूद है.

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इस हाईटेक रथ पर सवार होकर तिवारी अब दिल्ली के अलग अलग इलाकों में जाकर चुनावी सभाएं कर रहे हैं, जहां न तो मंच की जरूरत है और न ही साउंड सिस्टम की. रेडिमेड सभा मंच के साथ तिवारी की कोशिश दिल्ली भर में सभाएं करने की है.

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